भोपाल: भोपाल समाचार, मध्य प्रदेश में सर्दी की दस्तक के बीच एक बार फिर प्रदेश का सियासी पारा चढ़ने लगा है। बीजेपी और कांग्रेस के बीच तीखी बयानबाजी और एक-दूसरे को हराने की पुरजोर कोशिशें जारी हैं और इस बार सियासी चिंगारी को हवा दी है भोपाल से बीजेपी सांसद आलोक शर्मा ने. उन्होंने न सिर्फ पाठ्यक्रम में भोपाल विलय का इतिहास पढ़ाने की वकालत की बल्कि भोपाल का नाम राजा भोज के नाम पर रखने की भी मांग की.
जहां बीजेपी ने नए नामकरण का सियासी पासा फेंका…तो वहीं कांग्रेस ने बीजेपी को क्लीन बोल्ड करने के लिए आरोपों की झड़ी लगा दी…और कहा कि- बीजेपी वाले आजादी और विलय की बात न करें…क्योंकि विलय कांग्रेस नेताओं ने किया है…नाम बदलने से कुछ नहीं होगा…
भोपाल के नाम होगा नया राजनीतिक जिन्न!
भोपाल समाचार, कुल मिलाकर भोपाल का नाम राजा भोज के नाम पर रखने का नया राजनीतिक जिन्न एक बार फिर बाहर आ गया है…लेकिन सवाल ये है कि बीजेपी नेताओं को अचानक राजा भोज की याद क्यों आ रही है? आखिर सालों से सत्ता पर काबिज बीजेपी अपना नाम क्यों नहीं बदल पा रही है? क्या इसके पीछे कोई छिपा हुआ एजेंडा है? कांग्रेस से भी सवाल, महापुरुषों के नाम लेने से कांग्रेस को क्या दिक्कत?



