बरवाडीह से रवि कुमार गुप्ता की रिपोर्ट
बरवाडीह : प्रखंड मुख्यालय स्थित श्मशान घाट को बचाने के उद्देश्य से सोमवार से जनसहयोग एवं आपसी श्रमदान से घेराबंदी का कार्य शुरू किया गया.
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार प्रखंड के वर्षों पुराने श्मशान घाट पर भू-माफिया श्मशान घाट की जमीन को बेचने की साजिश के तहत जबरन कब्जा कर रहे थे. आप यह खबर झारखंड लेटेस्ट न्यूज पर पढ़ रहे हैं। जिसमें सीमेंटेड चहारदीवारी का भी निर्माण कराया गया था.
जिसे पुलिस प्रशासन की मदद से ध्वस्त कर दिया गया, लेकिन इसके बावजूद भू-माफिया तरह-तरह के हथकंडे अपनाकर जमीन बेचने की कोशिश कर रहे थे. इसे देखते हुए रविवार को ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान अयोध्या प्रसाद की अध्यक्षता में बैठक कर श्मशान घाट को बचाने के लिए श्रमदान कर इसकी घेराबंदी करने का संकल्प लिया.
लिए गए निर्णय के अनुसार सोमवार की सुबह से ही पुरानी बस्ती बाजार में शिवनारायण उर्फ बब्लू सेठ के नेतृत्व में बड़ी संख्या में ग्रामीण जुटे और श्मशान घाट की घेराबंदी शुरू कर दी. दिनभर लोग एकजुट होकर श्मशान घाट को घेरे रहे. इस संबंध में ग्राम प्रधान अयोध्या प्रसाद ने कहा कि श्मशान घाट की जमीन गांव की सामुदायिक संपत्ति है और इस पर किसी भी व्यक्ति विशेष का दावा या कब्जा स्वीकार्य नहीं होगा.
जिस पर सभी ने एकजुट होकर अपना विरोध दर्ज कराया है. सभी लोगों ने एकजुटता दिखाते हुए श्मशान घाट की जमीन पर तार फेंसिंग का काम शुरू कर दिया है. इसके साथ ही सभी के सहयोग से चरणबद्ध तरीके से श्मशान घाट का सौंदर्यीकरण एवं विकास कार्य किया जाएगा, जिसमें शव रखने के लिए चबूतरा, बैठने की व्यवस्था, पेयजल, प्रकाश व्यवस्था एवं सीमांकन रेखा का स्थाई चिह्न बनाया जाएगा, ताकि हमारी आस्था एवं परंपरा से जुड़ी विरासत को बचाया जा सके।
मौके पर महेंद्र प्रसाद, संजय कुमार सिंह, सोनू सिंह, संजय प्रसाद, हिमांशु गुप्ता रिकी, चंद्र शेखर सिंह, सतेंद्र सिंह प्रकाश कुमार, बिट्टू अग्रवाल, रोशन कुमार, बीरेंद्र, उदय प्रसाद, सुजीत सोनी, चेतन वर्मा, दीपक राज समेत बड़ी संख्या में लोगों ने श्रम दान किया.



