पटना. बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में दूसरे चरण के मतदान से ठीक पहले राजद नेता तेजस्वी यादव भावुक होकर जनता के सामने आए. अपने जन्मदिन के मौके पर उन्होंने एक लंबा संदेश जारी कर जनता के समर्थन, प्यार और आशीर्वाद के लिए दिल से आभार व्यक्त किया.
तेजस्वी ने लिखा कि चुनावी व्यस्तता के कारण वह सभी समर्थकों को व्यक्तिगत रूप से धन्यवाद नहीं दे पा रहे हैं, लेकिन जनता का स्नेह और विश्वास ही उनके लिए सबसे बड़ी ताकत है.
“जनता मालिक है… अगर मुझे जनादेश मिला तो मैं अपनी पूरी ताकत से हर वादा पूरा करूंगा।”
अपने संदेश में तेजस्वी यादव ने कहा:
“जनता ने जनादेश दिया तो जान की बाजी लगाकर भी हर वादा पूरा करूंगा। जनता मालिक है और उनके विश्वास पर खरा उतरना मेरा सबसे बड़ा संकल्प है।”
उनके दृढ़ निश्चय वाले बयान को सोशल मीडिया पर हजारों लोगों ने शेयर किया।
समर्थक #HappyBirthdayTejashwiYadav और #बिहारपरिवर्तन चाहता है जैसे हैशटैग को ट्रेंड करा दिया.
परिवार के साथ साधारण जन्मदिन, फिर चुनाव मैदान में वापसी
तेजस्वी यादव ने सुबह पटना में अपने परिवार के साथ सादगी से अपना जन्मदिन मनाया.
इस मौके पर राबड़ी देवी और तेज प्रताप यादव भी मौजूद रहे.
केक काटने के बाद तेजस्वी सीधे चुनावी सभाओं के लिए निकल गये.
पूरे दिन वह:
- मधेपुरा
- सीतामढ़ी
- दरभंगा
- अररिया
उन्होंने जनसभाएं कीं और एनडीए सरकार पर तीखा हमला बोला.
उनकी सभाओं में रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य और भ्रष्टाचार मुख्य मुद्दे थे.
कार्यकर्ताओं में उत्साह, जगह-जगह सेवा कार्यक्रम
तेजस्वी यादव के जन्मदिन को महागठबंधन कार्यकर्ताओं ने “ऊर्जा दिवस” के रूप में मनाया.
कई स्थानों पर:
- गरीबों को भोजन वितरण
- रक्तदान शिविर
- सामाजिक घटना
आयोजित किए गए।
चुनाव प्रचार थमने के दिन आया संदेश, बढ़ी सियासी गर्मी!
तेजस्वी यादव का ये संदेश ऐसे वक्त आया जब उसी दिन शाम को दूसरे चरण का प्रचार ख़त्म हो जाएगा. घटित।
यह चरण बेहद अहम माना जा रहा है- 20 जिले 122 सीटें लेकिन वोटिंग 11 नवंबर को होनी है.
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यह भावनात्मक संदेश तेजस्वी यादव की ‘जनता से जुड़ने की शैली’ को और मजबूत करता है.
यह उनकी राजनीतिक परिपक्वता, विनम्रता और जनता की सेवा करने के दृढ़ संकल्प को भी दर्शाता है।
तेजस्वी का संदेश बना चर्चा का विषय – जननेता के रूप में उभरती छवि
तेजस्वी यादव ने अपने संदेश में जो वाक्य सबसे उल्लेखनीय रूप से दोहराया वह था:
“जनता मालिक है।”
यह वाक्य न सिर्फ उनकी सोच को दर्शाता है, बल्कि यह भी बताता है कि वह इस चुनाव को जनता के प्रति जवाबदेही के तौर पर देख रहे हैं.
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि यह संदेश आने वाले दिनों में चुनावी माहौल और मतदाताओं की भावनाओं पर असर डाल सकता है.
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