वाराणसी. उत्तर प्रदेश में वाराणसी जिले के रामनगर क्षेत्र में ग्राम प्रधान के साथ दुर्व्यवहार के आरोपियों की गिरफ्तारी से नाराज ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर पथराव कर दिया. इस घटना में इंस्पेक्टर समेत आठ लोग घायल हो गये जबकि पुलिस वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गये. पुलिस ने इस मामले में 30 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है.
पुलिस सूत्रों ने सोमवार को बताया कि रविवार की सुबह सुल्तानपुर गांव में विशेष मौर्य के परिजन ट्यूबवेल में पानी नहीं आने की शिकायत लेकर ग्राम प्रधान रितु देवी के घर गये थे. प्रधान प्रतिनिधि की ओर से कहा गया कि कुछ स्थानों पर लीकेज की समस्या है। जब जलापूर्ति शुरू होगी तो लीकेज के कारण लोगों के घरों में दूषित पानी मिलेगा। मैकेनिक को बुलाया गया है, जल्द ही समस्या का समाधान कर दिया जाएगा।
इसी बात पर दोनों पक्षों के बीच विवाद शुरू हो गया और नौबत मारपीट तक पहुंच गई. मारपीट में ग्राम प्रधान रितु देवी को हल्की चोटें आईं। प्रधान की शिकायत पर पुलिस ने विशेष मौर्य और रोहित समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया। विशेष मौर्य के समर्थकों ने गिरफ्तारी का विरोध शुरू कर दिया. मामला बढ़ता देख रात तक कई थानों की फोर्स भी मौके पर पहुंच गई।
रात करीब 8.30 बजे भीड़ ने पुलिस टीम पर पथराव शुरू कर दिया, जिसमें इंस्पेक्टर पंकज पांडे, हेड कांस्टेबल जगदीश कुमार, कांस्टेबल गौरव मिश्रा और कुछ राहगीर भी घायल हो गए. पुलिस की गाड़ियों समेत कई गाड़ियां भी क्षतिग्रस्त हो गईं. पुलिस उपायुक्त गौरव बंशवाल ने बताया कि रविवार रात ग्रामीणों ने पथराव किया. कई पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं. देर रात तक तीस से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। बाकी की पहचान की जा रही है.
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