प्रमोद कुमार/न्यूज़11भारत
बरवाडीह/डेस्क: बरवाडीह प्रखंड के पुरानी बस्ती स्थित देवी मंडप प्रांगण में आज ग्राम प्रधान अयोध्या प्रसाद की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक का मुख्य उद्देश्य गांव के श्मशान घाट की जमीन को लेकर लंबे समय से चल रहे विवाद का समाधान निकालना था.
बैठक में उपस्थित ग्रामीणों ने विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि श्मशान घाट गांव की सामुदायिक संपत्ति है, इस पर किसी व्यक्ति विशेष का दावा या कब्जा स्वीकार्य नहीं होगा. सभी ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि श्मशान घाट के आसपास की पूरी जमीन अब गांव की सामूहिक संपत्ति के रूप में सुरक्षित की जाएगी। इसके लिए तार फेंसिंग का काम तुरंत शुरू किया जाएगा और आने वाले दिनों में श्मशान घाट का सौंदर्यीकरण और विकास कार्य भी किया जाएगा, ताकि ग्रामीणों को अंतिम संस्कार से संबंधित किसी भी समस्या का सामना न करना पड़े.
ग्राम प्रधान अयोध्या प्रसाद ने कहा कि श्मशान घाट हमारे गांव की आस्था और परंपरा से जुड़ा स्थान है, इसके संरक्षण और विकास में सभी ग्रामीणों की भागीदारी जरूरी है. उन्होंने साफ तौर पर कहा कि अगर भविष्य में इस जमीन को लेकर कोई विवाद या बाहरी हस्तक्षेप हुआ तो पूरा बरवाडीह एकजुट होकर इसका जवाब देगा.
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि श्मशान घाट की सीमांकन रेखा को स्थायी रूप से चिह्नित किया जाएगा और चरणबद्ध तरीके से वहां मंच, बैठने की व्यवस्था, पेयजल और प्रकाश व्यवस्था जैसी आवश्यक सुविधाएं भी प्रदान की जाएंगी।
ग्राम प्रधान के निर्देशानुसार आज से ही घेराबंदी का कार्य प्रारंभ करने का निर्णय लिया गया, ताकि इस भूमि की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके. बैठक में मुखिया कालो देवी, शिव नारायण प्रसाद, महेंद्र प्रसाद, निरंजन सिंह, शिबू प्रसाद समेत सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित थे और उन्होंने ग्राम सभा के इस सामूहिक निर्णय का समर्थन किया.
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