कानपुर, लोकजनता। प्रदेश की विद्युत व्यवस्था में व्यापक सुधार दर्ज किया गया है। सुधारों के साथ जनता की उम्मीदें भी बढ़ी हैं, इसलिए जरूरी है कि बिजली वितरण प्रणाली निरंतर मेहनत और बेहतर समन्वय के साथ काम करे, ताकि उपभोक्ताओं की अपेक्षाएं पूरी तरह से पूरी हो सकें। यह बात जांच कमेटी के अध्यक्ष अंगदे कुमार ने कही. रविवार को उत्तर प्रदेश विधान परिषद की राज्य विद्युत व्यवस्था से संबंधित जांच समिति की बैठक सरसैया घाट स्थित नवीन सभागार में हुई।
अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष अंगद कुमार सिंह ने की जबकि समिति सदस्य मानवेंद्र सिंह, सत्यपाल सिंह, अनूप गुप्ता, पवन सिंह चौहान व एमएलसी सलिल बिश्नोई मौजूद रहे। बैठक में कानपुर नगर, कानपुर देहात और फर्रुखाबाद जिलों के जिलाधिकारियों के अलावा दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड और केस्को के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी भाग लिया।
समिति ने निर्देश दिया कि शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में निर्धारित रोस्टर के अनुसार विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जाये. ट्रांसफार्मरों का रख-रखाव सुदृढ़ किया जाए तथा टोल-फ्री नम्बर 1912 पर प्राप्त शिकायतों का समयबद्ध एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण किया जाए। समिति ने पंचायत भवनों, शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित सामुदायिक शौचालयों, प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों एवं आंगनबाडी केन्द्रों में विद्युत कनेक्शन की स्थिति की जानकारी प्राप्त की।
समिति ने सभी संबंधित अधिकारियों को इन सभी संस्थानों में बिजली कनेक्शन की उपलब्धता का प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने का निर्देश दिया। समिति ने विद्युत सतर्कता कार्यवाही को पूर्ण पारदर्शिता के साथ संचालित करने पर बल दिया। साथ ही जनसंख्या एवं कनेक्शन संख्या के अनुसार ट्रांसफार्मरों का लोड निर्धारित करने तथा अधिक शिकायत वाले क्षेत्रों में विद्युत चौपाल आयोजित करने तथा समस्याओं का त्वरित निस्तारण करने के निर्देश दिये गये।
केस्को के प्रबंध निदेशक सैमुअल पॉल ने बताया कि केस्को में 7.62 लाख उपभोक्ता हैं, स्वीकृत क्षमता 2702 मेगावाट है और वर्तमान में प्रतिदिन औसतन 23 घंटे 53 मिनट बिजली आपूर्ति की जा रही है। कुल 7,365 ट्रांसफार्मर स्थापित हैं। जिन क्षेत्रों में बार-बार ट्रांसफार्मर खराब होने की शिकायतें मिल रही थीं, वहां बढ़ी हुई क्षमता के ट्रांसफार्मर लगाए गए हैं। लाइन लॉस कम करने और बिजली चोरी रोकने के उद्देश्य से 1788 किमी अंडरग्राउंड केबलिंग का काम पूरा हो चुका है।



