एमपीपीएससी 2023 परिणाम घोषित: मध्य प्रदेश: कहते हैं जहां चाह, वहां राह…और इस कहावत को चरितार्थ कर दिखाया है मध्य प्रदेश के रायसेन जिले के छोटे से गांव गुगलवाड़ा के भुवनेश चौहान ने. गरीबी और सीमित संसाधनों के बावजूद भुवनेश ने कभी हार नहीं मानी और आज एमपीपीएससी 2023 की परीक्षा में प्रदेश में दूसरा स्थान हासिल कर एसडीएम बन गये हैं.
भुवनेश ने एमपीपीएससी 2023 में दूसरी रैंक हासिल की
भुवनेश की कहानी संघर्ष, उम्मीद और मेहनत की मिसाल है. उनके पिता शेर सिंह चौहान गांव में समोसे की दुकान चलाते हैं. साधारण परिवार में जन्मे भुवनेश ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गांव में ही पूरी की। 10वीं के बाद वह बेहतर शिक्षा के लिए भोपाल चले गए और फिर इंदौर और भोपाल में रहकर एमपीपीएससी की तैयारी करने लगे। कठिनाइयों और सीमित संसाधनों के बावजूद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और कड़ी मेहनत करते रहे।
डीएसपी से डिप्टी कलेक्टर बने भुवनेश्वर चौहान
एमपीपीएससी 2023 परिणाम घोषित: पिछले साल भुवनेश का चयन डीएसपी पद के लिए हुआ था और वह फिलहाल पुलिस अकादमी, भोपाल में प्रशिक्षण ले रहे हैं। इसके पहले उनका चयन पटवारी के पद पर हुआ था और उन्होंने बैतूल में नौकरी की थी. इतना ही नहीं, उनका चयन वन विभाग में एसडीओ के लिए भी हो गया था, लेकिन प्रशासनिक सेवा के अपने सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने उस पद पर ज्वाइन नहीं किया. आख़िरकार उनकी मेहनत रंग लाई और उन्होंने एमपीपीएससी 2023 में दूसरा स्थान हासिल कर अपने परिवार और जिले का नाम रोशन किया।
गांव गुगलवाड़ा में खुशी की लहर
एमपीपीएससी 2023 परिणाम घोषित: जब एमपीपीएससी का रिजल्ट जारी हुआ तो गांव गुगलवाड़ा में खुशी की लहर दौड़ गई. पिता शेर सिंह चौहान की आंखों में गर्व और खुशी के आंसू छलक पड़े। जो पिता रोजाना गांव में समोसा बेचकर अपने बेटे की पढ़ाई का खर्च चलाता था, आज वही बेटा प्रशासनिक अधिकारी बनकर गांव का नाम रोशन किया है. भुवनेश के परिवार में दो बेटियां हैं जिनकी शादी हो चुकी है और छोटा बेटा इंजीनियर है। अब बड़ा बेटा एसडीएम बन गया है। भुवनेश ने अपने पिता से कहा, “अब आप समोसे की दुकान बंद कर दीजिए, अब मैं इसकी देखभाल करूंगा।”
अजीत मिश्रा ने प्रथम स्थान प्राप्त किया
एमपीपीएससी 2023 परिणाम घोषित: वहीं, एमपीपीएससी रिजल्ट 2023 में अजीत मिश्रा को पहला स्थान (966 अंक) मिला, जबकि भुवनेश चौहान (941.75 अंक) और यशपाल स्वर्णकार (909.25 अंक) क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे। कुल 229 पदों के लिए आयोजित इस परीक्षा में महिलाओं ने भी शानदार प्रदर्शन किया. महिलाओं के लिए केवल 6 पद आरक्षित थे, लेकिन अपनी योग्यता के दम पर उन्होंने 13 पदों पर सफलता हासिल की.



