अरुण कुमार यादव/गढ़वा
गढ़वा/डेस्क: गढ़वा सदर अनुमंडल पदाधिकारी संजय कुमार पांडे ने अंचलाधिकारी सफी आलम और खनन निरीक्षक चंदन रविदास के साथ शनिवार को टंडवा दानरो नदी तट पर औचक छापेमारी की. इस दौरान अवैध रूप से डंप किये गये बालू का बड़ा भंडार मिला. मौके पर देखने से स्पष्ट प्रमाण मिले कि वहां से लगातार रेत बेची जा रही है। एसडीएम की मौजूदगी में जोनल अधिकारी और खनन निरीक्षक ने मौके पर जाकर आकलन किया तो रेत की मात्रा 220 ट्रैक्टर से अधिक होने का अनुमान लगाया गया। रेत का उक्त विशाल भंडार किसी डंप यार्ड जैसा लग रहा था जो लगभग 200 से 300 मीटर की दूरी तक फैला हुआ था। मौके पर ही एसडीएम ने अंचलाधिकारी, खनन पदाधिकारी, थाना प्रभारी व खनन निरीक्षक को बालू जब्त कर प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया.
साथ ही गढ़वा थाना प्रभारी को जब्त बालू स्टॉक की निगरानी अपने स्तर से कराने का निर्देश दिया गया. एसडीएम संजय कुमार पांडे ने कहा कि शायद यह काम किसी एक व्यक्ति का नहीं बल्कि एक संगठित बालू माफिया का काम है. उन्होंने कहा कि यह सच है कि वर्तमान में रेत की कमी है जिसके कारण विकास कार्य बाधित होने का तर्क भी दिया जा सकता है, लेकिन रेत संकट का हवाला देकर इस तरह के संगठित अपराध को पनपने नहीं दिया जा सकता है. शहरी क्षेत्र के अंदर घनी बस्ती से सटे होने के बावजूद यहां इतनी बड़ी मात्रा में अवैध रूप से भंडारित बालू का पाया जाना बालू चोरों के बढ़े हुए मनोबल का प्रतीक है. उन्होंने बताया कि बालू घाटों की नीलामी प्रक्रियाधीन है, इसके बाद जल्द ही बालू संकट दूर होने की उम्मीद है, इसलिए शहर के जिम्मेदार लोग जल्दबाजी में चोरी का बालू खरीदने से बचें, इससे अवैध बालू कारोबारी हतोत्साहित होंगे.
उन्होंने शहर के आम लोगों से भी अनुरोध किया है कि अगर उनके आसपास इस तरह के अवैध खनन के मामले हों तो वे जरूर बताएं, उनका नाम-पता गोपनीय रखा जाएगा. विभिन्न स्थानों से बालू उठाकर बेचना न सिर्फ आर्थिक अपराध है, बल्कि पर्यावरणीय अपराध भी है, जिसे रोकने के लिए आम लोगों की भागीदारी जरूरी है.
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