गढ़वा से नित्यानंद दुबे की रिपोर्ट
गढ़वा. सदर अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीएम) संजय कुमार ने अवैध बालू कारोबार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए शनिवार को टंडवा दानरो नदी तट पर औचक छापेमारी की.
इस दौरान उन्हें अवैध रूप से डंप किये गये बालू का बड़ा भंडार मिला, जिसे तत्काल जब्त करने का निर्देश दिया गया है. आप यह खबर झारखंड लेटेस्ट न्यूज पर पढ़ रहे हैं। एसडीएम संजय कुमार ने अंचलाधिकारी सफी आलम और खनन निरीक्षक चंदन रविदास के साथ यह कार्रवाई की. मौके पर इस बात के स्पष्ट प्रमाण मिले कि इस डंप यार्ड से लगातार रेत बेची जा रही थी।
220 से अधिक ट्रैक्टरों से रेत का आकलन: एसडीएम की मौजूदगी में जोनल पदाधिकारी और खनन निरीक्षक द्वारा किये गये आकलन में बालू की मात्रा करीब 220 ट्रैक्टर से अधिक होने का अनुमान लगाया गया. रेत का यह विशाल भंडार एक डंप यार्ड की तरह दिखता था, जो लगभग 200 से 300 मीटर की दूरी तक फैला हुआ था।
प्राथमिकता पंजीकरण और निगरानी के निर्देश: एसडीएम संजय कुमार ने मौके पर ही अंचल अधिकारी, खनन पदाधिकारी, थाना प्रभारी व खनन निरीक्षक को बालू जब्त कर प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया.
उन्होंने गढ़वा थाना प्रभारी को विशेष रूप से निर्देश दिया कि वे अपने स्तर से इस जब्त बालू स्टॉक की निगरानी सुनिश्चित करें.
संगठित रेत माफिया का कार्य: एसडीएम संजय कुमार ने कहा कि शायद यह काम किसी एक व्यक्ति का नहीं बल्कि एक संगठित बालू माफिया का है. उन्होंने स्वीकार किया कि वर्तमान में रेत की कमी है, जिसके कारण विकास कार्य बाधित होने का तर्क दिया जा रहा है, लेकिन रेत संकट का हवाला देकर इस तरह के संगठित अपराध को पनपने नहीं दिया जा सकता है।
उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि शहरी क्षेत्र के अंदर घनी बस्ती से सटे होने के बावजूद इतनी बड़ी मात्रा में अवैध बालू भंडारित पाया जाना बालू चोरों के बढ़े हुए मनोबल का प्रतीक है.
शहरवासियों से अपील: एसडीएम ने कहा कि बालू घाटों की नीलामी प्रक्रियाधीन है और जल्द ही बालू संकट दूर होने की उम्मीद है. उन्होंने शहर के जिम्मेदार लोगों से अपील की है कि जल्दबाजी में चोरी की रेत खरीदने से बचें, ताकि अवैध कारोबारी हतोत्साहित हों.
उन्होंने आम लोगों से भी अनुरोध किया कि अगर उनके आसपास इस तरह के अवैध खनन के मामले हों तो उन्हें सूचित करें। उन्होंने आश्वस्त किया कि सूचना देने वाले व्यक्ति का नाम व पता गोपनीय रखा जायेगा.
संजय कुमार ने जोर देकर कहा, “विभिन्न स्थानों से बालू उठाकर बेचना न केवल आर्थिक अपराध है, बल्कि पर्यावरणीय अपराध भी है, जिसे रोकने के लिए आम लोगों की भागीदारी जरूरी है।”



