राजेश कुमार/न्यूज़11भारत
बोकारो थर्मल.बेरमो/डेस्क: ट्यूनीशिया में फंसे झारखंड के बोकारो, हजारीबाग और गिरिडीह जिले के 48 प्रवासी मजदूर आखिरकार शनिवार को अपने वतन लौट आए। तीन माह से मजदूरी और भोजन का संकट झेल रहे मजदूरों के कल्याण के लिए काम कर रहे सामाजिक कार्यकर्ता सिकंदर अली की सरकार और कंपनी स्तर पर पहल के बाद सभी मजदूर सकुशल लौट आये. मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के निर्देश पर ट्यूनीशिया में फंसे झारखंड के 48 श्रमिक सकुशल झारखंड लौट आये.
मुख्यमंत्री के निर्देश पर उपश्रमायुक्त बोकारो रंजीत कुमार ने प्रवासी मजदूरों से मुलाकात की और उनकी समस्याओं से अवगत हुए. और हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया. मालूम हो कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को अफ्रीकी देश ट्यूनीशिया में झारखंड के 48 प्रवासी मजदूरों के फंसे होने की जानकारी मिली थी. मुख्यमंत्री ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए इसे श्रम, नियोजन, प्रशिक्षण एवं कौशल विकास विभाग के अधीन कार्यरत राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष को भेज दिया था. जानकारी के मुताबिक ये सभी मजदूर हजारीबाग, गिरिडीह और बोकारो के रहने वाले हैं. उन्हें पीसीएल प्रेम पावर कंस्ट्रक्शन लिमिटेड नाम की कंपनी में काम करने के लिए भेजा गया था. पिछले तीन माह से वेतन नहीं मिलने के कारण इन कर्मियों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा था. यह पहल प्रवासी श्रमिकों के हितों के प्रति सरकार की संवेदनशीलता और प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
उपश्रमायुक्त बोकारो रंजीत कुमार, सामाजिक कार्यकर्ता सिकंदर अली, उज्वल कुमार, श्रमायुक्त कार्यालय के लिपिक राजेश कुमार, रॉबिन कुमार, चंदन सिंह ने बोकारो थर्मल पहुंचे सभी प्रवासी मजदूरों का माला पहनाकर स्वागत किया और सभी को एक-एक मिठाई दी गयी. इस मौके पर स्थानीय बिट्टू नैय्यर, भैरो महतो, दिलीप राम, मृत्युंजय साव, चंदन साव आदि मौजूद थे.
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