UP News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्राथमिकता वाले मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान में जौनपुर जिले ने इस वित्तीय वर्ष में शानदार प्रदर्शन करते हुए शत प्रतिशत लक्ष्य हासिल कर प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है. सीएम योगी की इस महत्वाकांक्षी योजना का उद्देश्य युवाओं को स्वरोजगार के अवसर प्रदान कर आत्मनिर्भर बनाना है।
प्रदेश में ढाई लाख से ज्यादा युवाओं ने आवेदन किया
वित्तीय वर्ष 2025-26 के पहले सात महीनों में राज्य भर से 2.76 लाख से ज्यादा युवाओं ने इस योजना के लिए आवेदन किया है. सरकार ने इस साल 1.50 लाख लोन बांटने का लक्ष्य रखा था, जिसमें अब तक 71,918 युवाओं को लोन मुहैया कराया जा चुका है. यह अभियान युवाओं के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रहा है और उनके उद्यमी बनने के सपने को साकार कर रहा है।
जौनपुर ने हासिल किया 100 फीसदी लक्ष्य, प्रदेश में नंबर-1
जौनपुर के जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र सिंह ने बताया कि जिले को 2250 युवाओं को ऋण देने का लक्ष्य मिला है। इसके सापेक्ष 6,664 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से 2,256 युवाओं को ऋण वितरित कर 100.27 प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त किया गया। उन्होंने कहा कि सीएम योगी की मंशा के अनुरूप जिले में विशेष अभियान चलाकर युवाओं को बैंकों से जोड़ा गया। इस सफलता में जिला प्रबंधक अभय प्रकाश श्रीवास्तव की भी अहम भूमिका रही है.
आजमगढ़ ने दूसरा और अंबेडकरनगर ने तीसरा स्थान हासिल किया।
युवाओं को योजना का लाभ दिलाने के लिए ब्लॉक स्तर पर कार्यशाला एवं परामर्श अभियान चलाया गया आजमगढ़. जिलाधिकारी रवींद्र कुमार ने बताया कि पिछले सात माह में जिले में 5,748 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से 2,085 युवाओं को ऋण वितरित किया गया. इस प्रकार 92.67 प्रतिशत उपलब्धि के साथ आजमगढ़ प्रदेश में दूसरे स्थान पर रहा। अंबेडकरनगर को तीसरा स्थान मिला। जिले को 1900 का लक्ष्य मिला था, जिसके सापेक्ष 1485 युवाओं को ऋण वितरित किया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि हर माह बैंकों के साथ बैठक कर योजना की प्रगति की समीक्षा की जा रही है ताकि युवाओं को शीघ्र लाभ मिल सके।
अन्य जिलों का प्रदर्शन भी उत्कृष्ट
योजना के प्रभावी क्रियान्वयन में कौशांबी, हरदोई, झाँसी, रायबरेली तथा बहराईच आदि जिलों ने भी शानदार प्रदर्शन किया है। इन जिलों में ऋण वितरण की प्रक्रिया तेजी से चल रही है. मुख्यमंत्री योगी का आत्मनिर्भर युवा अभियान मिसाल बन रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा शुरू किया गया यह अभियान उत्तर प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह योजना न केवल युवाओं को आत्मनिर्भर बना रही है, बल्कि राज्य के आर्थिक सशक्तिकरण और रोजगार सृजन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।



