भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) चाहते हैं कि टेस्ट टीम के खिलाड़ी साउथ अफ्रीका टेस्ट सीरीज से पहले अपने-अपने राज्यों की टीम के लिए रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) में खेलें. गंभीर का मानना है कि घरेलू क्रिकेट में खेलना खिलाड़ियों के कौशल और मैच अनुभव को बढ़ाने का सबसे अच्छा तरीका है. उनका कहना है कि केवल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (COE) में अभ्यास करना पर्याप्त नहीं है.
रणजी ट्रॉफी का महत्व
गंभीर ने बताया कि टेस्ट क्रिकेट में सफलता पाने के लिए असली मैच का अनुभव बहुत जरूरी है. उन्होंने कहा जो खिलाड़ी केवल टेस्ट टीम का हिस्सा हैं, उनके लिए घरेलू क्रिकेट खेलना और मैच अभ्यास करना अत्यंत महत्वपूर्ण है. इससे खिलाड़ी मानसिक और तकनीकी दोनों तरह से मजबूत बनते हैं.
रणजी ट्रॉफी का आगामी सत्र बुधवार से शुरू हो रहा है, और गंभीर चाहते हैं कि खिलाड़ी अपनी फॉर्म बनाए रखें और टीम के लिए बेहतर प्रदर्शन करें. उनका मानना है कि केवल कौशल अभ्यास से खिलाड़ी टेस्ट सीरीज की चुनौती का सामना नहीं कर सकते.
बिजी अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रम
भारतीय टीम का अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रम इस समय काफी व्यस्त है. टी20 टीम 9 नवंबर को ब्रिसबेन में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना आखिरी मैच खेलेगी. इसके बाद 14 नवंबर से कोलकाता में साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहला टेस्ट शुरू होगा. गंभीर ने कहा कि यह चुनौतीपूर्ण है, लेकिन पेशेवर खिलाड़ी अपनी दिनचर्या का पूरा फायदा उठाते हैं. गंभीर ने यह भी कहा कि मैच अभ्यास का कोई विकल्प नहीं होता. घरेलू क्रिकेट में खेलने से खिलाड़ी दबाव और मैच की परिस्थितियों को समझते हैं, जो टेस्ट क्रिकेट में उनकी सफलता के लिए जरूरी है.
रणजी ट्रॉफी में खेल सकते हैं ये खिलाड़ी
टीम इंडिया के कुछ टेस्ट खिलाड़ी इस समय ऑस्ट्रेलिया दौरे पर नहीं जा रहे हैं. जिसमें युवा बल्लेबाज साई सुदर्शन, देवदत्त पाडिक्कल, विकेटकीपर बल्लेबाज नारायण जगदीशन और ऑलराउंडर रवींद्र जड़ेजा का नाम शामिल है. ये खिलाड़ी अपने राज्यों के लिए रणजी ट्रॉफी के कुछ मैच खेल सकते हैं. इसके अलावा, चोट से वापसी कर रहे विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत के लिए दिल्ली की टीम में दूसरा रणजी मैच खेलने की संभावना है.
खिलाड़ी करें अगली सीरीज की तैयारी
गौतम गंभीर चाहते हैं कि प्रसिद्ध कृष्णा, ध्रुव जुरेल और केएल राहुल जैसे खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया में वनडे सीरीज खत्म होने के बाद रणजी ट्रॉफी के लिए उपलब्ध रहें. इससे न केवल खिलाड़ी फॉर्म में रहेंगे, बल्कि टीम की टेस्ट तैयारी भी मजबूत होगी. रणजी ट्रॉफी में खेलना सिर्फ घरेलू मैच नहीं, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट सीरीज की तैयारी का अहम हिस्सा बन गया है. गंभीर का मानना है कि इससे टीम को लंबी अवधि में फायदा होगा और खिलाड़ी साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट मैचों में पूरी ताकत के साथ उतर पाएंगे.
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