पहले चरण के तहत गुरुवार को 18 जिलों की 121 सीटों पर वोटिंग हुई. राज्य के 3.75 करोड़ से अधिक मतदाताओं में से 64.66% ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। यह बिहार के इतिहास में अब तक का सबसे ज्यादा वोटिंग प्रतिशत है. 2000 में यह आंकड़ा 62.57% था, जबकि 2020 में कोविड-19 के दौरान 57.29% वोटिंग हुई. चुनाव आयोग का कहना है कि अंतिम आंकड़ों में अभी भी मामूली बढ़ोतरी की संभावना है. राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि इतनी ऊंची वोटिंग दर सत्ता विरोधी लहर से लेकर जनसमर्थन तक कई चीजों का संकेत दे सकती है, लेकिन AAP के आरोपों ने इस रिकॉर्ड को एक नए विवाद में बदल दिया है.



