बालाघाट पुलिस और नक्सली मुठभेड़: बालाघाट: पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ का मामला सामने आया है. सर्चिंग के दौरान एक नक्सली के घायल होने के संकेत मिले हैं. पुलिस ने मौके से नक्सली के खून से सने जूते और एक बंदूक बरामद की है.
नक्सलियों ने पुलिस पर अंधाधुंध फायरिंग की
मुठभेड़ के दौरान नक्सलियों ने पुलिस बल पर अंधाधुंध फायरिंग की. जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी फायरिंग की. नक्सली फायरिंग करते हुए जंगल की ओर भाग गये. इसके बाद पुलिस ने इलाके में सर्चिंग अभियान तेज कर दिया है. तलाशी के दौरान पुलिस को नक्सली साजो-सामान से भरा पिट्ठू बैग मिला. मौके से राइफल और भारी मात्रा में नक्सली सामग्री भी बरामद की गई है. पुलिस ने इलाके में नक्सलियों की संभावित गतिविधियों की जानकारी जुटानी शुरू कर दी है.
छत्तीसगढ़ में मिली सफलता
बालाघाट पुलिस और नक्सली मुठभेड़: राज्य में नक्सलवाद के खिलाफ लगातार कार्रवाई के बीच एक बड़ी सफलता मिली है. सुकमा के अरलम पल्ली, कोंटा, दोरनापाल निवासी महिला नक्सली कमला सोढ़ी उर्फ तरूना ने हाल ही में सुरक्षा बलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। सरकार ने कमला सोढ़ी पर 17 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था. उनके आत्मसमर्पण को नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बलों की कार्रवाई में एक बड़ी सफलता माना जा रहा है. छत्तीसगढ़ के पुलिस महानिदेशक (आईजी) अभिषेक शांडिल्य ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मीडिया को जानकारी दी कि कमला सोढ़ी ने आत्मसमर्पण कर दिया है.
समाज में लौटने की इच्छा जताई
अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा बलों ने महिला नक्सली को सुरक्षित हिरासत में ले लिया है और आगे की कार्रवाई जारी है. आत्मसमर्पण करने के बाद कमला सोढ़ी ने पुलिस को बताया कि वह अब नक्सली गतिविधियों में शामिल नहीं होगी और समाज में लौटकर सामान्य जीवन जीना चाहती है. इस घटना को राज्य में नक्सलवाद के खिलाफ चल रहे अभियान की सफलता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है. सुरक्षा बलों की निगरानी और सतर्कता के कारण इस तरह के बड़े आत्मसमर्पण की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं.



