बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण का मतदान गुरुवार को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गया। 18 जिलों के 121 विधानसभा सीटें प्रदेश भर में हुए मतदान में 60.13% वोटिंग दर्ज किया गया- जो पिछले 25 वर्षों में सबसे अधिक आंकड़ा है। यह बढ़ा हुआ प्रतिशत इस बात का संकेत है कि इस बार मतदाता पहले से अधिक जागरूक और सक्रिय हो गये हैं. 2020 की तुलना में वोटिंग में करीब 3 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुए हैं।
2020 की तुलना में वोटिंग प्रतिशत बढ़ा
2020 के पहले चरण में 57.29% वोटिंग जबकि इस बार इसमें बढ़ोतरी हुई है 60.13% पहुँच गया।
कई विधानसभा क्षेत्रों में 3-5% अधिक मतदान दर्ज किया गया, जो जनता के बढ़ते राजनीतिक उत्साह का स्पष्ट प्रमाण है।
सबसे ज्यादा वोटिंग बेगुसराय में- 67.32%
पहले चरण में बेगुसराय जिले ने बनाया रिकॉर्डकहाँ 67.32% वोट डाले गए.
वोटिंग प्रतिशत के मामले में यह पूरे राज्य में टॉप पर रहा.
सबसे कम वोटिंग शेखपुरा में- 52%
सबसे कम शेखपुरा जिला में 52% मतदान रिकार्ड किया गया. जिलों के बीच मतदान का यह बड़ा अंतर चुनावी विश्लेषण को और दिलचस्प बनाता है. राजधानी पटना में निराशाजनक वोटिंग–48.69%
जहां कई जिलों में रिकॉर्ड वोटिंग हुई, वहीं राजधानी पटना का प्रदर्शन कमजोर रह गया. केवल यहीं 48.69% सिर्फ लोग वोट देने आये.
कई शहरी इलाकों में मतदान धीमा हो गया, जिससे राजनीतिक दलों में चिंता बढ़ गई।
दोपहर 3 बजे तक ही 53.8% वोटिंग
दोपहर 3 बजे तक राज्य के आधे से ज्यादा मतदाता वोट डाल चुके थे.
इससे साफ पता चलता है कि शुरुआती घंटों में लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया.
दिग्गज नेताओं की अपील का असर हुआ
वोटिंग से पहले-
- प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी,
- राजद नेता तेजस्वी यादव,
- कांग्रेस सांसद राहुल गांधी,
जैसे नेताओं ने ज्यादा से ज्यादा वोट करने की अपील की थी. इसका असर मैदान में दिखा और कई जिलों में बंपर वोटिंग दर्ज की गई.
मुकाबला दिलचस्प था
राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक इस बार वोटिंग बढ़ने से मुकाबला कांटे का होगा. और भी कड़ा और अधिक दिलचस्प यह किया जाता है।
बढ़ी हुई भागीदारी इस बात का संकेत है कि इस बार जनता अपने वोट का इस्तेमाल सोच-समझकर कर रही है।
VOB चैनल से जुड़ें



