अयोध्या, अमर विचार. भगवान रामलला को ठंड से बचाने के लिए उन्हें सुबह काढ़ा और रात में गर्म दूध दिया जा रहा है. मंदिर में विराजमान 5 वर्षीय बालक श्री रामलला की 24 घंटे सेवा के लिए 14 पुजारी नियुक्त किए गए हैं। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्र के मुताबिक, राम मंदिर में विराजमान भगवान श्री राम लला की दिनचर्या में भी मौसम के अनुसार बदलाव किया गया है. पुजारी उनके स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए दिन-रात उनकी सेवा में लगे रहे।
इसके तहत उन्हें अलग-अलग मौसम में अलग-अलग व्यवस्थाएं दी जाती हैं। कहा कि श्रीराम जन्मभूमि में विराजमान भगवान श्रीराम पर ठंड का कोई असर नहीं होगा क्योंकि रामलला अब स्थाई मंदिर में विराजमान हैं. जहां उन्हें ठंड से बचाने के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं। इसके साथ ही उनकी दिनचर्या में भी बदलाव किया गया है.
उन्होंने बताया कि रामलला के पास प्रेमचंद त्रिपाठी, संतोष कुमार, प्रदीप और अशोक उपाध्याय के साथ 10 नए सेवक हैं, जो ठंड, गर्मी और बरसात सभी मौसमों में 24 घंटे उनकी सेवा करते हैं। प्रतिदिन सुबह 4:30 बजे शंख बजाकर रामलला को जगाया जाता है. गर्म जल से स्नान और अभिषेक के बाद श्रृंगार किया जाता है। रामलला को अब गर्म कपड़े पहनाए जा रहे हैं.
सुबह 6:30 बजे श्रृंगार आरती करते हैं और भक्तों को दर्शन देते हैं। सुबह करीब 9 बजे रामलला को प्रतिदिन बालभोग में रबड़ी और केसर मिश्रित दूध का काढ़ा पिलाया जा रहा है. ठंड में भी उनके स्वास्थ्य पर असर न पड़े इसके लिए दोपहर में खीर पूड़ी और सब्जी का प्रसाद चढ़ाया जाता है. रात को सोते समय गर्म दूध पिलाया जाता है।



