अरुण कुमार यादव/न्यूज़11भारत
गढ़वा/डेस्क: गढ़वा में आदिवासी समुदाय की ओर से गोविंद हाई स्कूल के मैदान में झारखंडी आदिवासी अस्मिता बचाओ महारैली का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत झारखंड की पूर्व शिक्षा मंत्री गीता श्री ओरांव ने की. महारैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वजों ने झारखंड के जंगल और जमीन की अखंडता को बचाने का काम किया है. अपने पूर्वजों के सपनों को पूरा करना हम सभी की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि अंग्रेजों को भगाने में आदिवासी समाज ने भी अहम भूमिका निभायी थी. उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज शुरू से ही किसी से नहीं डरता है. लाख अत्याचार सहने के बाद भी उन्होंने अंग्रेजों के सामने घुटने नहीं टेके। अस्मिता की लड़ाई शुरू से ही लड़ी जाती रही है। भगवान बिरसा मुंडा ने देश की अस्मिता की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति भी दे दी।
उन्होंने कहा कि आज कुर्मी समाज एसटी में शामिल होना चाहता है. जो कभी पूरा नहीं होगा. उन्होंने कहा कि झारखंडी अस्मिता को बचाने के लिए एसटी ने काफी मेहनत की है. लेकिन आज कई समुदाय के लोग एसटी में शामिल होने के लिए आंदोलन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि झारखंड में आदिवासियों के हक और अधिकार को हड़पने की साजिश रची जा रही है. झारखंड के मुख्यमंत्री की कुर्सी आरक्षित है, इसलिए कुर्मी समाज के लोग कुर्सी पर बैठने की साजिश करना चाहते हैं, इस साजिश को कभी पूरा नहीं होने दिया जायेगा. एक साजिश के तहत बच्चों की शिक्षा, नौकरी और जन प्रतिनिधित्व को खत्म करने की बड़ी साजिश रची जा रही है, जिसे कभी पूरा नहीं होने दिया जायेगा.
उन्होंने यह भी कहा कि अगर इस विरोध प्रदर्शन की हमारी मांगें पूरी नहीं की गईं तो आदिवासी समाज आंदोलन करने के लिए तैयार है! मौके पर झारखंडी आदिवासी बचाओ संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष आशुतोष सिंह चेरो, अजय तिर्की, हर्षिता मुंडा, सुनील उरांव, कार्यक्रम अध्यक्ष लवकुश सिंह खरवार नेवी ने कार्यक्रम को संबोधित किया. मौके पर गिरजानंद उराँव गिरजानंद उराँव सुनील पूर्व छोटन सिंह, सुनील उराँव, छोटन सिंह चेरो, कमलेश सिंह, दिनेश सिंह खरवार, मनोज सिंह खरवार सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।
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