उत्पन्ना एकादशी 2025 उपाय: हिंदू कैलेंडर के अनुसार, उत्पन्ना एकादशी का व्रत मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को रखा जाता है। यह व्रत भगवान विष्णु की प्रिय एकादशी माता की उत्पत्ति का दिन माना जाता है। 2025 में यह पावन पर्व 15 नवंबर को मनाया जाएगा। इस दिन भगवान विष्णु के साथ उनकी प्रिय तुलसी माता की पूजा का विशेष महत्व है।
प्रकाशित तिथि: गुरु, 06 नवंबर 2025 04:56:18 अपराह्न (IST)
अद्यतन दिनांक: गुरु, 06 नवंबर 2025 04:56:18 अपराह्न (IST)
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- उत्पन्ना एकादशी 15 नवंबर को मनाई जाएगी.
- तुलसी की मंजरी तिजोरी में रखें, लाभ मिलेगा।
- तुलसी माता को जल और चुनरी चढ़ाएं।
धर्म डेस्क: उत्पन्ना एकादशी (Utpanna ekadashi 2025 Upay) का व्रत हर साल मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को रखा जाता है। यह व्रत पापों का नाश करने वाला और मोक्ष प्रदान करने वाला माना जाता है। इस वर्ष उत्पन्ना एकादशी 15 नवंबर, शनिवार को मनाई जाएगी। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, यही वह दिन है जब एकादशी देवी प्रकट हुई थीं। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा के साथ तुलसी माता की पूजा का विशेष महत्व होता है।
हिंदू धर्म में तुलसी को देवी लक्ष्मी का रूप माना जाता है। इसलिए उत्पन्ना एकादशी के दिन तुलसी से जुड़े कुछ उपाय करने से श्री हरि विष्णु के साथ-साथ देवी लक्ष्मी की भी कृपा प्राप्त होती है।
1. तुलसी माता को जल और सोलह श्रृंगार अर्पित करें
इस दिन तुलसी माता को जल चढ़ाएं और उन्हें लाल रंग की चुनरी के साथ सोलह श्रृंगार का सामान चढ़ाएं। ऐसा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और घर में स्थायी रूप से निवास करती हैं। वैवाहिक जीवन में भी मधुरता आती है।
2. कच्चा दूध चढ़ाने का उपाय
एकादशी तिथि पर तुलसी माता को कच्चा दूध चढ़ाना शुभ माना जाता है। इसके बाद पौधे के सामने घी का दीपक जलाएं और ‘ओम नमो भगवते वासुदेवाय’ मंत्र का जाप करें। इस उपाय से धन लाभ के योग बन रहे हैं।
3. तुलसी के पत्तों का प्रयोग
अगर घर में धन का ठहराव नहीं होता है तो तुलसी की मंजरी को लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी या धन रखने वाले स्थान पर रखें। इससे आर्थिक बाधाएं दूर होती हैं और स्थाई समृद्धि आती है।
4. तुलसी की परिक्रमा करें
स्नान के बाद तुलसी के पौधे की सात बार परिक्रमा करें और ‘जय मां लक्ष्मी’ और ‘जय श्री हरि’ का जाप करें। इसके बाद तुलसी के तने पर लाल कलावा बांधें। ऐसा करने से सभी बाधाओं से मुक्ति मिलती है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
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