आईपीओ बढ़ाएं: भारत के खुदरा निवेश क्षेत्र में अपनी मजबूत पकड़ के लिए मशहूर ऑनलाइन ब्रोकरेज प्लेटफॉर्म ग्रो का 6,632 करोड़ रुपये का आईपीओ निवेशकों के बीच चर्चा में है। यह इश्यू दूसरे दिन खुलने के महज 1 घंटे के अंदर ही फुल सब्सक्राइब हो गया.
ग्रे मार्केट में 13 रुपये का प्रीमियम
6 नवंबर तक ग्रे मार्केट में ग्रो के आईपीओ पर 13 रुपये का प्रीमियम (जीएमपी) देखा गया, जो इसके इश्यू प्राइस 100 रुपये से 13% ज्यादा है। अनुमान लगाया जा रहा है कि इसकी संभावित लिस्टिंग कीमत 114 रुपये के आसपास हो सकती है। यह प्रीमियम बताता है कि ग्रो को लेकर निवेशकों में जबरदस्त उत्साह है और लिस्टिंग के दिन जोरदार शुरुआत होने की संभावना है।
साल के सबसे बड़े जनसमस्याओं में शामिल
ग्रो के आईपीओ को 2025 के सबसे बड़े सार्वजनिक निर्गमों में गिना जा रहा है, जिसमें टाटा कैपिटल, एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया और एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज जैसी बड़ी कंपनियां शामिल हैं। यह फिनटेक प्लेटफॉर्म अपने तकनीकी नवाचार, स्केलेबल बिजनेस मॉडल और उपयोगकर्ता-प्रथम दृष्टिकोण के कारण निवेशकों की पसंद बन गया है।
एंकर निवेशकों से 29.85 अरब रुपये जुटाए
आईपीओ लॉन्च से पहले ही ग्रो ने एंकर निवेशकों से 29.85 अरब रुपये (करीब 339.6 मिलियन डॉलर) जुटाए थे। इन एंकर निवेशकों में पीक एक्सवी पार्टनर्स (पूर्व में सिकोइया इंडिया) और टाइगर ग्लोबल जैसे बड़े नाम शामिल हैं, जो भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम में मजबूत वैश्विक विश्वास का संकेत देते हैं।
आईपीओ से जुड़ी महत्वपूर्ण तारीखें
- अंक खुलने की तारीख: 4 नवंबर 2025
- समापन तिथि: 7 नवंबर 2025
- आवंटन तिथि: 10 नवंबर 2025
- लिस्टिंग दिनांक: 12 नवंबर 2025
निवेश श्रेणियों के लिए सदस्यता आंकड़े
- खुदरा निवेशक: 3.38 बार
- एनआईआई (गैर-संस्थागत निवेशक): 1.20 गुना
- क्यूआईबी (योग्य संस्थागत निवेशक): 0.10 बार
ब्रोकरेज फर्मों की राय
- रेलिगेयर वेल्थवे रिसर्च टीम: रेलिगेयर ने ग्रो को सब्सक्राइब रेटिंग दी है और इसे “बढ़ती फिनटेक इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी” कहा है। द इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, ग्रो की एनबीएफसी शाखा ग्रो क्रेडिटसर्व का लॉन्च एक रणनीतिक कदम है जो इसके मुख्य निवेश पारिस्थितिकी तंत्र में क्रेडिट का एक नया आयाम जोड़ता है।
- कुँवरजी वेल्थ सॉल्यूशंस: कुंवरजी ने ग्रो की मजबूत ग्राहक प्रतिधारण, इन-हाउस तकनीकी क्षमताओं और मोबाइल-फर्स्ट स्केलेबल प्लेटफॉर्म की सराहना की, जिससे इसे मध्यम से दीर्घकालिक निवेश के लिए “सदस्यता लें” रेटिंग दी गई। ब्रोकरेज का मानना है कि ग्रो का डिजिटल-फर्स्ट दृष्टिकोण और परिचालन अनुशासन इसे प्रतिस्पर्धा से अलग करता है।
- आनंद राठी: आनंद राठी ने इसे “सदस्यता लें – दीर्घकालिक” रेटिंग दी। रिपोर्ट में कहा गया है कि हालांकि आईपीओ “पूरी तरह से मूल्यवान” है, लेकिन ग्रो की उच्च उपयोगकर्ता गतिविधि, व्यापक उत्पाद की पेशकश और एमटीएफ, धन और बांड जैसे उत्पादों में विस्तार इसे दीर्घकालिक बढ़त देगा।
- एसबीआई सिक्योरिटीज: एसबीआई सिक्योरिटीज ने अपने 1.26 करोड़ सक्रिय एनएसई ग्राहकों, बढ़ते म्यूचुअल फंड एयूएम और तेजी से बढ़ते एसआईपी प्रवाह का हवाला देते हुए ग्रो को “सब्सक्राइब” रेटिंग दी। ब्रोकरेज फर्म के अनुसार, ग्रो अपने तकनीकी नवाचार और उत्पाद विविधीकरण के दम पर भारत के खुदरा निवेश बाजार में अपनी अग्रणी स्थिति बनाए रखेगा।
ग्रो की बाज़ार स्थिति और विकास की प्रवृत्ति
ग्रो की बढ़ती बाजार हिस्सेदारी उसके बिजनेस मॉडल की सफलता को दर्शाती है।
- सक्रिय ग्राहक हिस्सेदारी: यह वित्त वर्ष 2023 में 15.1% से बढ़कर वित्त वर्ष 2025-26 में 26.3% हो गया।
- एसआईपी बाज़ार हिस्सेदारी: वित्तीय वर्ष 2022 में 4% से बढ़कर वित्तीय वर्ष 2025-26 में 12% यानी तीन गुना वृद्धि।
यह डेटा ग्रो की मजबूत उपयोगकर्ता वृद्धि और भारतीय खुदरा निवेशकों के बीच बढ़ते डिजिटल विश्वास को रेखांकित करता है।
फिनटेक पारिस्थितिकी तंत्र में रणनीतिक विस्तार
ग्रो का लक्ष्य सिर्फ ब्रोकरेज प्लेटफॉर्म बने रहना नहीं है। धन प्रबंधन, ऋण, बांड और बीमा एकीकरण जैसे इसके उत्पाद पोर्टफोलियो का विस्तार इसे “पूर्ण-सेवा फिनटेक प्लेटफॉर्म” की ओर ले जा रहा है। ब्रोकरेज विशेषज्ञों का मानना है कि कंपनी का यह “टेक + फाइनेंस” मॉडल भारत में डिजिटल धन सृजन की एक नई परिभाषा गढ़ सकता है।
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निवेशकों के लिए संदेश: लंबी अवधि पर ध्यान दें
ग्रे मार्केट प्रीमियम (13 रुपये) के कारण अल्पावधि में लिस्टिंग लाभ की संभावना है, लेकिन विश्लेषकों के बीच आम सहमति यह है कि ग्रो का वास्तविक मूल्य दीर्घकालिक निवेश में परिलक्षित होता है। मजबूत प्रौद्योगिकी मंच, स्केलेबल उत्पाद आधार और विश्वसनीय निवेशक समर्थन इसे भारतीय फिनटेक क्षेत्र की सबसे आशाजनक कंपनियों में से एक बनाता है।
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