छिंदवाड़ा: छिंदवाड़ा समाचार: लगता है यहां भूतों का मेला लगा है। यह परंपराएं सैकड़ों वर्षों से चली आ रही हैं और इसमें बड़ी संख्या में आदिवासी इलाकों के लोग शामिल होते हैं। तालखामरा का यह मेला कार्तिक पूर्णिमा के बाद शुरू होता है और 15 दिनों तक चलता है।
छिंदवाड़ा में भूत मेला (तालखमारा मेला 2025)
जुन्नारदेव विकासखंड के तालखमरा में अगहन माह में भूत-प्रेत उतारने की परंपरा है। पीड़ित परिवार ने भूत-प्रेत वाले व्यक्ति को पहले तालाब में नहलाया और फिर उसे रैयत बाबा के पास एक पेड़ से बांध दिया। पड़िहार रैयत बाबा से भूतों को मुक्त कराता है। फिर परिवार मालन माई मंदिर जाता है और देवी मां की पूजा करता है।
मेले में मुक्ति (तालखमारा भूत मेला)
छिंदवाड़ा समाचार: यह मेला सैकड़ों वर्षों से लगता आ रहा है और प्रदेश के कोने-कोने से लोग यहां आते हैं। मेले का आयोजन मंदिर समिति करती है और प्रशासन इसकी पूरी तैयारी करता है. पुलिस अधिकारी लगातार मेले की व्यवस्थाओं पर नजर बनाए हुए हैं. 15 दिनों तक चलने वाले इस मेले में भूत-प्रेत जैसी बाधाओं से मुक्ति मिलती है।



