लखनऊ, लोकजनता: यूपीपीसीएल प्रबंधन द्वारा उपकेंद्रों के संचालन व रखरखाव कार्य में तैनात करीब 25 हजार आउटसोर्स कर्मचारियों की छंटनी के खिलाफ बिजली कर्मचारियों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। इस मुद्दे और अन्य कई लंबित समस्याओं को लेकर निविदा संविदा कर्मचारी संघ 14 नवंबर को प्रदेश भर में ध्यानाकर्षण प्रदर्शन करेगा. यह कार्यक्रम राजधानी में मध्यांचल वितरण निगम के एमडी कार्यालय के सामने आयोजित किया जाएगा.
यूनियन के प्रदेश महासचिव देवेन्द्र कुमार पांडे ने कहा कि पावर कॉरपोरेशन प्रबंधन ने 18 सितंबर को जारी अपने ही आदेशों की अनदेखी की है। कर्मचारियों की छंटनी के बाद उपकेंद्रों पर नई तैनाती के संबंध में मानक समिति की रिपोर्ट पांच माह बाद भी उपलब्ध नहीं कराई गई है। उन्होंने कहा कि 55 वर्ष की आयु सीमा के आधार पर कर्मचारियों को हटाना पूरी तरह से मनमाना कदम है.
उन्होंने आगे कहा कि मीटर रीडरों को प्रति बिल 16 रुपये का भुगतान नहीं किया जा रहा है. वहीं, जब स्मार्ट मीटर लगाए जाते हैं तो उन्हें अन्य कार्यों में समायोजित करने के बजाय हटा दिया जा रहा है। पांडे ने कहा कि प्रबंधन की मनमानी और आदेशों की अवहेलना के खिलाफ संगठन आंदोलन करने को बाध्य होगा.



