जबलपुर के डुमना एयरपोर्ट से बड़ी खबर सामने आई है, जहां सोमवार दोपहर एक तेंदुआ अंदर घुस आया. इससे पूरे परिसर में अफरा-तफरी मच गयी. इसकी जानकारी जैसे ही कर्मचारियों व यात्रियों को मिली तो कुछ देर के लिए अफरा-तफरी की स्थिति बन गयी. वहीं, एयरपोर्ट अथॉरिटी ने तुरंत इसकी सूचना वन विभाग को दी. इधर, सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और एयरपोर्ट परिसर में सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया. करीब एक घंटे तक टीम एयरपोर्ट के कोने-कोने में जंगली जानवर की तलाश करती रही, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला।
इसी बीच एयरपोर्ट में लगे एक सीसीटीवी कैमरे की फुटेज सामने आई, जिसमें साफ दिख रहा है कि जो जानवर अंदर आया था वह तेंदुआ नहीं बल्कि जंगली बिल्ली थी।
जानवर कमरे में घुस गया
बताया जा रहा है कि ये जानवर दोपहर के वक्त एयरपोर्ट के एक कमरे में घुस गया था. जब एक कर्मचारी ने इसे दूर से देखा तो उसने इसके रंग और आकार के कारण इसे तेंदुआ समझ लिया। उन्होंने तुरंत अधिकारियों को सूचित किया और कुछ ही समय में पूरी टीम अलर्ट पर आ गई। बाद में फुटेज को ध्यान से देखा गया तो हकीकत सामने आ गई। वहीं, मामले को लेकर वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल वे जांच कर रहे हैं, ताकि यह पक्का पता चल सके कि जानवर एयरपोर्ट के किस हिस्से में गया था और क्या वह अभी भी अंदर है या बाहर चला गया है. टीम के सदस्य एयरपोर्ट के चप्पे-चप्पे की तलाशी ले रहे हैं.
यह जानकारी मैनेजर ने दी
डुमना एयरपोर्ट मैनेजर बीबी पांडे ने बताया कि एयरपोर्ट के चारों ओर जंगल का इलाका फैला हुआ है. ऐसे में छोटे जंगली जानवरों का कैंपस में आना कोई नई बात नहीं है. उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र प्राकृतिक रूप से हरियाली से घिरा हुआ है. कई बार यहां सियार, जंगली बिल्ली या बंदर जैसे जानवर आ जाते हैं, लेकिन उनसे विमान या यात्रियों को कोई खतरा नहीं होता। शोर होते ही वे खुद ही भाग जाते हैं। उन्होंने आगे कहा कि वन विभाग की टीम की सर्चिंग जारी है, ताकि किसी भी तरह की कोई गड़बड़ी न हो.
जांच में जुटी टीम
वहीं, कुछ स्थानीय लोगों का कहना है कि कैमरे में दिख रहा जानवर एक जंगली बिल्ली है, जो सामान्य बिल्ली से बड़ी है. यह अक्सर जंगलों के किनारे देखा जाता है। हालांकि, वन विभाग ने अभी तक आधिकारिक तौर पर यह नहीं बताया है कि जानवर बॉबकैट है या कोई अन्य प्रजाति का जानवर है। फिलहाल टीम पूरी सतर्कता के साथ जांच में जुटी हुई है.
संदीप कुमार, जबलपुर



