रामनगर,बाराबंकी,लोकजनता:लोधेश्वर महादेवा में शिवार्चन तालाब की सरकारी जमीन पर बने अवैध निर्माण को हटाने की कार्रवाई रविवार को दूसरे दिन भी जारी रही। कोर्ट के आदेश के बाद जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी ने कार्रवाई के निर्देश दिये. जिसके बाद तहसील प्रशासन ने करोड़ों रुपये की लागत से बनी अवैध दुकानों और मकानों को तोड़ना शुरू कर दिया.
कार्रवाई के दौरान पूरे इलाके में भारी पुलिस बल तैनात रहा. अतिक्रमण हटने के बाद अब लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) 16 मीटर चौड़ी सड़क का निर्माण करेगा, जिससे लोधेश्वर महादेवा कॉरिडोर परियोजना को भी नई गति मिलेगी. शुक्रवार को कोर्ट के आदेश के बाद शनिवार को ज्वाइंट मजिस्ट्रेट गुंजिता अग्रवाल ने प्रशासनिक अमले के साथ गेट नंबर 54 पर चल रहे अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई शुरू की। रविवार को दूसरे दिन भी पांच जेसीबी और पोकलैंड मशीनें लगातार अवैध निर्माण को ध्वस्त करने में जुटी रहीं।
देर शाम तक डंपरों से मलबा हटाने का काम जारी रहा। यह जमीन शिवार्चन तालाब (जलहरी कुंड) के पास स्थित है, जहां रियाज अहमद समेत 13 लोगों ने अवैध रूप से दुकानें और कॉम्प्लेक्स का निर्माण कर लिया था. इससे पहले तत्कालीन उपजिलाधिकारी पवन कुमार ने धारा 133 के तहत अतिक्रमण हटाने का आदेश दिया था, जिस पर अतिक्रमणकारियों ने न्यायालय का सहारा लिया था। शासकीय अधिवक्ता अमित कुमार अवस्थी ने बताया कि कुछ याचिकाकर्ताओं ने अपनी याचिकाएं वापस ले लीं और बहस भी नहीं की। हालांकि, अब प्रशासनिक कार्रवाई से लोधेश्वर धाम की जमीन अतिक्रमण मुक्त हो गयी है.
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