भावनगर के वल्लभीपुर में डिजिटल सर्वे का विरोध हुआ है. वल्लभीपुर तालुका के 53 गांवों के सरपंचों ने डिजिटल सर्वेक्षण का विरोध किया है। वल्लभीपुर तालुका के सरपंचों ने गांव के डिजिटल सर्वेक्षण का बहिष्कार किया है और इस संबंध में मुख्य प्रधान को पत्र लिखा है। गौरतलब है कि वरसेला मानसूनी बारिश ने वल्लभीपुर तालुका में तबाही मचा दी थी।
डिजिटल सर्वे न होने से किसानों में भारी आक्रोश
मावथा ने किसानों की तैयार फसलों को व्यापक नुकसान पहुंचाकर उनकी हरकतों से आंखें मूंद ली थीं। मावठन के झटके से उसने अन्नदाता के मुंह से कलियां छीन लीं। सरकार द्वारा कराये गये डिजिटल सर्वे से किसानों में काफी आक्रोश है. इसके साथ ही तालुकावासियों ने मांग की थी कि पूरे प्रभावित तालुका को हरित सूखा घोषित किया जाए और सहायता प्रदान की जाए.
सिस्टम की टीमें गांव-गांव जाकर फसल की स्थिति का निरीक्षण करेंगी।
फसल क्षति को लेकर डिजिटल सर्वे का काम हाल ही में शुरू हुआ है. क्षति सर्वेक्षण का कार्य 7 दिनों के अंदर पूरा करने का निर्देश दिया गया है. तालुका प्रणाली की टीमें गांव-गांव जाकर फसल की स्थिति का निरीक्षण करेंगी। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के बाद पिछले 6 दिनों से भावनगर जिले में लगातार बेमौसम बारिश हो रही है, जिससे किसानों की फसलों को भारी नुकसान हुआ है. जिसमें मूंगफली, कपास और प्याज समेत कई फसलों को भारी नुकसान हुआ है.



