पंकज कुमार/न्यूज़11 भारत
घाघरा/डेस्क: घाघरा गुमला राष्ट्रीय राजमार्ग के चपका में स्थापित शहीद संतोष भगत की प्रतिमा स्थल पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के नाम से हस्तलिखित पर्चा चिपकाये जाने से आसपास के लोगों में भय व्याप्त है. इस पोस्टर के जरिए माओवादियों ने न सिर्फ पुलिस प्रशासन को चेताया है, बल्कि उनसे उलझने से बचने की भी चेतावनी दी है. पोस्टर के जरिए बिचौलियों और दलालों को भी सावधान रहने की चेतावनी दी गई है. पोस्टर में लिखा है कि अमीरों की सरकार में गुलाम पुलिस गरीबों पर जुल्म न करे. साथ ही छत्तीसगढ़, झारखंड, उड़ीसा, बालाघाट और गढ़चिरौली जैसे इलाकों में आदिवासियों की विचारधारा को कुचलने वाली कार्रवाई को रोकने की बात कही गई है.
पोस्टर में लिखा था, कांग्रेस-जेएमएम सरकार में मुस्लिमों द्वारा आदिवासी बहनों पर अत्याचार बंद होना चाहिए. साथ ही पोस्टर में बीजेपी की डबल इंजन सरकार में गरीबों पर हो रहे अत्याचार को रोकने का भी जिक्र किया गया है. “प्रभारी बीर – उत्तर पश्चिम सब जोनल ब्यूरो, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी)” का नाम पंजीकृत है। सूचना मिलते ही घाघरा पुलिस मौके पर पहुंची और पोस्टर को जब्त कर लिया. बता दें कि शुक्रवार को भी प्रखंड कार्यालय के मुख्य द्वार पर छपे हुए से मिलता-जुलता हस्तलिखित पर्चा चिपकाया गया था और 24 घंटे के अंदर दूसरी बार पोस्टर चिपकाये जाने से चौक-चौराहों पर लोगों के बीच तरह-तरह की चर्चा हो रही है.
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