सिंगरौली समाचार: भले ही भारत की आजादी के 78 साल पूरे हो गए हैं, लेकिन इसके बावजूद मध्य प्रदेश की ऊर्जा नगरी कहे जाने वाले सिंगरौली जिले के कई गांव आज भी अंधेरे में डूबे हुए हैं. बिजली के अभाव में गांव के लोगों को रोजमर्रा की जिंदगी में कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है और घर का काम करना भी मुश्किल हो गया है. लोगों द्वारा विधायक मंत्रियों से कई बार शिकायत करने के बाद भी आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई और न ही गांव में बिजली पहुंची. बिजली के अभाव में बच्चों की पढ़ाई पर भी कई तरह का असर देखने को मिल रहा है. आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला.
कलेक्टर से मिले ग्रामीण
पूरा मामला सिंगरौली जिले के चितरंगी विधानसभा के पिडरिया गांव का है, जहां आज 30 ग्रामीण कलेक्टर से मिलने पहुंचे और अपनी मांग रखी कि हमारे ग्राम पंचायत पिडरिया महुआरी टोले में अब तक बिजली की रोशनी नहीं पहुंची है. ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने कई बार विधायक और मंत्रियों से शिकायत की, लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई. हालाँकि, यह मामला निश्चित रूप से आश्चर्यचकित करेगा क्योंकि वह जिस विधानसभा के ग्रामीण निवासी हैं, वहां से भाजपा विधायक राधा सिंह हैं जो वर्तमान सरकार में राज्य मंत्री हैं। इससे पहले भी उनके ससुर और चाचा ससुर इसी विधानसभा से विधायक रह चुके हैं.
कलेक्टर ने जताई लापरवाही
ग्रामीणों की शिकायत सुनने के बाद कलेक्टर गौरव बैनल ने कहा, ”कहीं न कहीं लापरवाही हुई है, जिसके कारण इस गांव में आज तक बिजली नहीं पहुंच सकी है.” उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले से अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है और जल्द ही सर्वे कराकर बिजली मुहैया कराने का प्रयास किया जाएगा.
ग्रामीणों को दिया आश्वासन
कलेक्टर से मुलाकात के बाद ग्रामीणों ने उम्मीद जताई है कि जल्द ही उनके गांव में बिजली की सुविधा पहुंच जाएगी. उनका कहना है कि वह काफी समय से इंतजार कर रहे हैं और अब उन्हें प्रशासन से जल्द कार्रवाई की उम्मीद है.


 
                                    


