लखनऊ. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को कहा कि अन्नदाता किसानों का अपमान करके कोई राज्य सफल नहीं हो सकता. उन्होंने कहा कि जब हम सत्ता में आये तो हमने चीनी मिलों का आधुनिकीकरण किया। नई चीनी मिलें खुलनी शुरू हो गईं और किसानों को उनसे लाभ हो रहा है। मुख्यमंत्री योगी ने 5 कालिदास मार्ग स्थित अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि चौधरी चरण सिंह ने कहा था कि किसानों की प्रगति के बिना कोई भी देश और प्रदेश प्रगति नहीं कर सकता.
योगी ने कहा, “जब हम सरकार में आए तो गन्ना मूल्य बकाया था, उस समय बमुश्किल 108 से 110 चीनी मिलें चल पाती थीं। खाद्यान्न उत्पादन में उत्तर प्रदेश तीसरे, चौथे नंबर पर चला गया था। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने प्रदेश को बीमारू बना दिया था। आज तस्वीर बदल गई है। जब हम सत्ता में आए तो चीनी मिलों का आधुनिकीकरण किया। नई चीनी मिलें लगनी शुरू हुईं। अब न सिर्फ चीनी मिलें आ रही हैं बल्कि अब शुगर कॉम्प्लेक्स का निर्माण हो रहा है।”
उन्होंने कहा, “2017 में जब मैं किसानों से बात करता था तो उन्हें निराशा होती थी. आज हम 122 चीनी मिलें चला रहे हैं. इनमें से 105106 चीनी मिलें ऐसी हैं जो एक हफ्ते में गन्ने का भुगतान कर रही हैं.” मुख्यमंत्री ने कहा कि अब चीनी मिलों के लिए गन्ने की कमी हो गयी है. अब किसान उन्नत गुणवत्ता का गन्ना उत्पादन करने की ओर अग्रसर हैं। आप जितना अच्छा गन्ना पैदा करेंगे, उतनी ही अधिक संख्या में डिस्टिलरीज लगेंगी।
गौरतलब है कि योगी सरकार ने गन्ना किसानों को बड़ा तोहफा दिया है. सरकार ने गन्ने का दाम 30 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ा दिया है. इस फैसले से राज्य के गन्ना किसानों को लगभग 3000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त लाभ मिलेगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के फैसले के मुताबिक, अब अगेती प्रजाति के गन्ने की कीमत 400 रुपये प्रति क्विंटल होगी, जबकि सामान्य प्रजाति के लिए यह दर 390 रुपये प्रति क्विंटल तय की गई है.
योगी सरकार का यह फैसला किसानों के लिए एक बड़ा तोहफा है, जिससे उनकी आय में काफी बढ़ोतरी होगी. गौरतलब है कि गन्ना किसान लगातार कीमत बढ़ाने की मांग कर रहे थे. हाल ही में हरियाणा सरकार द्वारा गन्ने की कीमतें बढ़ाए जाने के बाद यूपी में भी यह मांग बढ़ गई थी. इससे पहले विधानसभा चुनाव से पहले पेराई सत्र 2021-22 में 25 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई थी.



