बहराईच। उत्तर प्रदेश में बहराइच जिले के सुजौली क्षेत्र के कतर्नियाघाट के ट्रांस गेरुआ जंगल में स्थित भारत के आखिरी गांव भरतपुर में यात्रियों से भरी एक नाव नदी में डूब गई है, जिसमें लगभग 15 लोग लापता हैं जबकि चार लोग सुरक्षित हैं।
सूत्रों के मुताबिक, भरथापुर गांव कतर्नियाघाट के घने जंगल और गेरुआ नदी के उस पार स्थित है। इस गांव के लोग पड़ोसी जिले लखीमपुर खीरी के खैरटिया गांव से कौड़ियाला नदी में नाव से आना-जाना और खरीदारी करना सुविधाजनक मानते हैं।
बुधवार की शाम गांव के 15 से अधिक लोग एक नाव में सवार होकर खैरटिया गांव से भरथापुर गांव आ रहे थे, तभी करीब छह बजे जैसे ही वे गांव के पास पहुंचे, नाव अनियंत्रित होकर कौड़ियाला नदी में डूब गयी. हादसे में गांव के दो दर्जन लोग लापता हैं, जिनमें कुछ मेहमान भी शामिल हैं. घटना में चार लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है, जिनमें गांव निवासी लक्ष्मी नारायण, रानी देवी, ज्योति और हरिमोहन शामिल हैं।
सीएम योगी ने घटना का संज्ञान लिया
वहीं भरथापुर गांव में हुए नाव हादसे का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लिया है. उन्होंने पुलिस और प्रशासन को एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों के साथ तुरंत घटनास्थल पर पहुंचने के निर्देश दिए हैं. सीएम ने यह भी कहा है कि यह सुनिश्चित किया जाए कि राहत एवं बचाव कार्य सुचारू एवं तीव्र गति से संचालित हो. फिलहाल स्थानीय प्रशासन मौके पर मौजूद है और पूरी तरह से बचाव कार्य में जुटा हुआ है.
मौके पर मौजूद प्रशासनिक अधिकारी
घटना की जानकारी मिलते ही एसपी रामनयन सिंह, एडीएम अमित कुमार, एसडीएम मिहींपुरवा समेत कई पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी घटनास्थल के लिए रवाना हो गये. डीएम अक्षय त्रिपाठी ने कहा कि लापता लोगों की तलाश के लिए उचित व्यवस्था की जा रही है और स्थानीय प्रशासन द्वारा सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराये जा रहे हैं. तलाश में तेजी लाने और बचाव कार्य को प्रभावी बनाने के निर्देश दिए गए हैं.



