गौरव पाल/न्यूज़11 भारत
बहरागोड़ा/डेस्क: बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवाती तूफान मोन्था का असर बहरागोड़ा इलाके में दिखने लगा है. मंगलवार शाम से ही इलाके में भारी बारिश हो रही है. हालांकि, तूफान के कारण सोमवार से ही आसमान में बादल उमड़ने लगे थे. आज सुबह से ही आसमान में बादल छाये रहने के कारण सूर्य के दर्शन नहीं हो सके। रिमझिम बारिश ने ठंड का अहसास करा दिया। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक ऐसी स्थिति 1 नवंबर तक रहने की संभावना है. इस दौरान आसमान में बादल छाए रहेंगे और इलाके में बारिश होगी.
धान पकने के बाद चक्रवाती तूफान आने से किसानों की चिंता बढ़ गयी है
मोंठ तूफान के कारण हुई हल्की बारिश से किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें साफ दिख रही हैं। धान पक चुका है और बहुत कम जगहों पर कटाई शुरू हो चुकी है. धान की कटाई के बाद किसान अपनी फसल को खेतों में रख रहे हैं. कई किसान धान की फसल को खेतों से उठाकर खलिहान में ले जा चुके हैं। बारिश से दोनों जगहों पर रखे धान को नुकसान होने की आशंका है. मौसम विभाग के मुताबिक, राज्य में तूफान का असर हल्का रहेगा, लेकिन बारिश से किसानों की फसलों पर भारी असर पड़ने की आशंका है. खेतों में काट कर रखा धान भीगने से खराब हो जायेगा. तूफान को लेकर किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें साफ दिख रही हैं. कई जगहों पर धान की पकी फसल जमीन पर सो गयी है. ऐसे में अगर एक-दो दिन के अंदर धान की कटाई नहीं हुई तो धान की फसल बर्बाद हो जायेगी.
इन दिनों सब्जी बाजार में भी आग लगी हुई है, बाजार में बिकने वाली हरी सब्जियों के दाम काफी बढ़ गए हैं. कुछ सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि हाल ही में हुई बारिश के कारण सब्जियों के खेत बर्बाद हो जाने के कारण सब्जियों के दाम बढ़ रहे हैं. किसानों की सब्जियां खेतों में सड़ने के कारण इस साल सब्जियों के दाम अभी तक नहीं गिरे हैं. सब्जियों की कीमत पर नजर डालें तो बैगन 60 रुपये प्रति किलो, केला 50 रुपये प्रति किलो, नेनुआ 40 रुपये प्रति किलो, पालक का साग 70 रुपये प्रति किलो, करेला 60 रुपये प्रति किलो, इसी तरह परबल 80 रुपये प्रति किलो, डंठल 120 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. अगर यही हाल रहा तो गरीबों की थाली से हरी सब्जियां गायब हो जाएंगी। जहां पहले सब्जियां 300 से 400 रुपये प्रति सप्ताह मिलती थीं, वहीं अब 600 से 700 रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं.
बहरागोड़ा कृषि पदाधिकारी संजय कुमार के अनुसार, 28 अक्टूबर को जहां बहरागोड़ा में 4.6 मिमी बारिश हुई थी, वहीं 29 अक्टूबर तक 42 मिमी बारिश हुई है. इसलिए बहरागोड़ा कृषि विभाग ने किसान मित्रों को नुकसान का आकलन करने का निर्देश दिया है. बताया गया कि किस क्षेत्र में बारिश से कितनी क्षति हुई है, इसका सटीक आकलन कर प्रखंड कार्यालय को भेजें, ताकि सही डाटा तैयार किया जा सके.
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