फायरिंग के लिए दशरथ ने गोपाल, राजेश और कोंदू को एक-एक हथियार दिया था।
जमशेदपुर समाचार:
पुलिस ने गोली से घायल गोलमुरी गाढ़ाबासा निवासी गोपाल महानंद से पूछताछ की. पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि वह हरेराम सिंह के घर पर गोलीबारी में शामिल था. 10 अक्टूबर की सुबह राजेश और कोंदू भी उसके साथ हरेराम सिंह के घर गये. सुबह करीब 4:45 बजे वे हरेराम सिंह के घर के पास पहुंचे, जिसके बाद राजेश ने हवाई फायरिंग कर दी. फायरिंग के बाद हम घर लौट आये. गोलीबारी की घटना से दो दिन पहले आठ अक्टूबर को वह कार से हरेराम सिंह के घर की टोह लेने गये थे. पूछताछ में उसने बताया कि दशरथ ने पहले उसे हथियार रखने के लिए दिया था. 9 अक्टूबर को दशरथ ने राजेश, कोंडू और मुझे एक-एक हथियार दिया था। फायरिंग के बाद दशरथ ने तीनों हथियार रख लिये. दशरथ शुक्ल ने उसे दो हजार रुपये भी दिये थे. इसके अलावा मोटरसाइकिल खरीदने का भी आश्वासन दिया गया. गोलीबारी के बाद वह दशरथ द्वारा पहले दी गई पिस्तौल और गोलियां अपने साथ लेकर राउरकेला स्थित अपने एक रिश्तेदार के घर गया। जहां दो दिन रहने के बाद वह वापस जुगसलाई अपने दोस्त के घर लौट आया. वह पिछले 10 दिनों से जुगसलाई में रह रहा था. इसी दौरान उन्होंने ठेकेदारी का काम करना शुरू कर दिया. रविवार को वह अपने एक दोस्त के साथ टेंपो से सिदगोड़ा छठ घाट पर गया था. वापस आकर उसने शराब की बोतल ली और चखी और रात को क्वार्टर में दोनों ने शराब पी। शराब पीने के बाद दोस्त वहां से चला गया. गोपाल ने पुलिस को बताया कि उक्त दोस्त से उसकी जान-पहचान घाघीडीह जेल में हुई थी. इधर, पुलिस उक्त दोस्त की तलाश में जुटी है.
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सिदगोड़ा में एक खाली क्वार्टर में अपराधी के छिपे होने की सूचना मिली थी. जिसके बाद पुलिस टीम ने छापेमारी की तो गोपाल ने पुलिस पर फायरिंग कर दी. जवाबी फायरिंग में वह घायल हो गया. उसके पास से एक पिस्तौल और गोली बरामद की गयी है. गोपाल हाल ही में व्यवसायी हरेराम सिंह के घर पर गोलीबारी में शामिल था. वह प्रिंस खान और सुजीत सिन्हा गिरोह से जुड़ा है.
कुमार शिवाशीष, सिटी एसपी, जमशेदपुरबी
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