न्यूज11भारत
रांची/डेस्क: झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले में नो एंट्री की मांग को लेकर शुरू हुआ आंदोलन अब राजनीतिक रंग ले चुका है. सोमवार की रात तांबो चौक पर प्रदर्शन हिंसक हो गया, जिसके बाद पुलिस और ग्रामीणों के बीच तीखी झड़प हुई. हालात बिगड़ने पर पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े.
घटना में एसडीपीओ बहामन टूटी समेत 11 पुलिसकर्मी और कई आंदोलनकारी घायल हो गये. गुस्साई भीड़ ने पुलिस पर पथराव किया और एक सरकारी वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया. पुलिस ने मौके से पांच महिलाओं समेत 15 लोगों को हिरासत में लिया है। इस मामले में 74 नामजद और 500 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.
इस घटना के विरोध में भारतीय जनता पार्टी ने आज कोल्हान बंद का ऐलान किया है. बंद सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक प्रभावी रहेगा. हालांकि, घाटशिला उपचुनाव के कारण लागू आचार संहिता के कारण पूर्वी सिंहभूम जिले को बंद से बाहर रखा गया है. आवश्यक सेवाओं को बंद से मुक्त रखा गया है.
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने आदिवासियों पर लाठीचार्ज की निंदा की और कोल्हान बंद का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि आदिवासियों की आवाज दबाने की कोशिश बर्दाश्त नहीं की जायेगी.
झारखंड सरकार के आदिवासी विरोधी रवैये के खिलाफ कल कोल्हान बंद रहेगा. pic.twitter.com/3n4hNX3581
– चंपई सोरेन (@ChampaiSoren) 28 अक्टूबर 2025
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