जैसे ही गोपाल ने दो राउंड फायरिंग की, सीतारामडेरा थाना प्रभारी निरंजन ने उसे गोली मार दी, एक साथी फरार हो गया.
डीएसपी भोला प्रसाद बाल-बाल बच गये, गोपाल पहले भी छिनतई मामले में जेल जा चुका है.
घटना रात 1:50 बजे की है, गोपाल प्रिंस खान-सुजीत सिन्हा गिरोह से जुड़ा है.
जमशेदपुर समाचार:
सिदगोड़ा थाना अंतर्गत बारीडीह हाई स्कूल के पास केतु कंदम क्वार्टर में सोमवार की देर रात पुलिस और अपराधी के बीच मुठभेड़ हो गयी. जिसमें गोलमुरी गाढ़ाबासा निवासी रवि महानंद उर्फ गोपाल कुमार घायल हो गये. एक गोली उसके दाहिने पैर में लगी. पुलिस ने गोपाल के पास से एक पिस्तौल और गोलियां बरामद की हैं. घायल गोपाल का इलाज एमजीएम अस्पताल में चल रहा है. घटना दोपहर 1:50 बजे की है. घायल गोपाल हाल ही में भुइयांडीह में व्यवसायी हरेराम सिंह के घर पर फायरिंग में शामिल था. घायल गोपाल गैंगस्टर प्रिंस खान और सुजीत सिन्हा के गिरोह से जुड़ा है. गोपाल के खिलाफ गोलमुरी थाने में छिनतई का मामला दर्ज है. पुलिस काफी समय से गोपाल की तलाश कर रही थी. हरेराम सिंह के घर पर फायरिंग मामले में पुलिस ने टेल्को लक्ष्मीनगर के पूर्व निवासी आकाश सिंह को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आकाश के पास से पुलिस ने तीन पिस्तौल और भारी मात्रा में गोलियां बरामद की हैं. जानकारी के अनुसार, पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि गोपाल बारीडीह हाई स्कूल के पास एक कंडम क्वार्टर में छिपा हुआ है. जिसके बाद डीएसपी भोला प्रसाद, सीतारामडेरा थाना प्रभारी निरंजन कुमार, सिदगोड़ा थाना प्रभारी बीरेंद्र कुमार अपने दल बल के साथ क्वार्टर के पास पहुंचे और घेराबंदी की. जब पुलिस ने गोपाल को घेरा तो वह शराब पी रहा था। पुलिस से घिरने पर गोपाल ने कमरे के अंदर से पुलिस पर दो राउंड फायरिंग की. जिसके बाद वह जैसे ही भागने के लिए उठा, सीतारामडेरा थाना प्रभारी निरंजन कुमार ने गोली चला दी. गोली गोपाल के दाहिने पैर में लगी, जिसके बाद पुलिस ने उसे पकड़ लिया और हथियार भी जब्त कर लिया. बरामद पिस्टल स्वचालित है. सूचना मिलते ही सिटी एसपी कुमार शिवाशीष मौके पर पहुंचे. उन्होंने घटनास्थल की जांच की और घायल गोपाल को इलाज के लिए एमजीएम अस्पताल भेजा. पुलिस के मुताबिक व्यवसायी हरेराम सिंह के घर पर फायरिंग में गोपाल शामिल था. इलाज के बाद उससे पूछताछ की जाएगी.
पुलिस की भनक लगते ही साथी फरार हो गया
बारीडीह हाई स्कूल के पास पुलिस की घेराबंदी की भनक मिलते ही गोपाल के साथ शराब पी रहा उसका साथी भाग गया। पुलिस ने मौके से दो गिलास, शराब व पानी की बोतलें समेत अन्य सामान बरामद किया है। पुलिस उसके साथी का पता लगाने में जुटी है। पुलिस के मुताबिक गोपाल और उसका साथी किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहे थे.
एफएसएल टीम ने जांच की
इधर, मंगलवार को एफएसएल टीम ने घटना स्थल की जांच की. इस दौरान शराब की बोतलों व अन्य बरामद सामान से बदमाशों के फिंगर प्रिंट लिए गए।
राजेश और कोंडू की तलाश की जा रही है
भुइयांडीह के व्यवसायी हरेराम सिंह के घर पर फायरिंग मामले में पुलिस अब गोलमुरी केबल बस्ती निवासी राजेश कुमार और काशीडीह के कोंदू की तलाश कर रही है. दोनों के खिलाफ पहले भी कई मामले दर्ज हैं. जानकारी के मुताबिक कोंडू कुछ दिनों से बसंत टॉकीज के पास सब्जी बेचता था. पुलिस घायल गोपाल के जरिये दोनों की तलाश में जुटी है.
लूल्हा से मुठभेड़ की घटना के 11 साल बाद शहर में फिर मुठभेड़.
11 साल बाद सोमवार की रात जमशेदपुर के सिदगोड़ा में अपराधी और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई. जिसमें रवि महानंद उर्फ गोपाल घायल हो गये. साल 2014 में सीवान के शातिर अपराधी माया भगत उर्फ लूल्हा और पुलिस के बीच उलीडीह में मुठभेड़ हुई थी. जिसमें पुलिस ने माया भगत उर्फ लूल्हा को मार गिराया था. एक ही दिन में उसने उलीडीह में दो हत्याएं की थीं, इसके बाद जुगसलाई में छड़ व्यवसायी से लूटपाट, फिर परसुडीह में शराब दुकान में फायरिंग और गोविंदपुर में एक व्यक्ति की हत्या कर दी थी. लेकिन पहचान नहीं होने के कारण वह पुलिस के लिए सिरदर्द बनता जा रहा था. तत्कालीन एसएसपी एबी होमकर और सिटी एसपी कार्तिक एस ने टीम बनायी थी. इसी बीच पुलिस को सूचना मिली कि लूल्हा उलीडीह के एक घर में छिपा हुआ है. जिसके बाद रात में पुलिस ने घर को घेर लिया. इसके बाद लूल्हा ने दोनों हाथों से पुलिस पर फायरिंग कर भागने की कोशिश की, लेकिन आखिरकार वह पुलिस की गोलियों का शिकार हो गया.
खाली क्वार्टर बना अपराधियों का अड्डा
शहर में कंपनी का खाली क्वार्टर अपराधियों का अड्डा बन गया है. कई इलाके आपराधिक गिरोहों के नियंत्रण में हैं। पहले भी कंपनी के इन खाली क्वार्टरों से कई अपराधी पकड़े जा चुके हैं. शातिर अपराधी गोपाल और उसका साथी सोमवार की रात जिस जगह रुके थे, वह खाली और कंडम क्वार्टर है। इसके अलावा इसके आसपास के क्वार्टर भी खाली हैं। जहां अक्सर अपराधियों का अड्डा रहता है. कुछ क्वार्टरों में लोग अपने परिवार के साथ रहते हैं।अस्वीकरण: यह लोकजनता अखबार का स्वचालित समाचार फ़ीड है. इसे लोकजनता.कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है



