अक्षय नवमी 31 अक्टूबर 2025 को मनाई जाएगी। इस दिन किए गए शुभ कार्यों, दान और खरीदारी का फल अक्षय रहता है। आंवले की पूजा करना, सप्तधान्य का दान करना और आवश्यक वस्तुएं खरीदना बहुत शुभ होता है। जबकि कर्ज लेकर या दिखावे के लिए खरीदारी करना अशुभ माना जाता है।
प्रकाशित तिथि: बुध, 29 अक्टूबर 2025 08:30:01 पूर्वाह्न (IST)
अद्यतन दिनांक: बुध, 29 अक्टूबर 2025 08:30:01 पूर्वाह्न (IST)
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- 31 अक्टूबर को अक्षय नवमी मनाई जाएगी.
- शुभ कर्मों का फल अक्षय माना जाता है।
- आंवले की पूजा करने से विष्णु जी की कृपा प्राप्त होती है।
धर्म डेस्क. हिंदू धर्म में अक्षय नवमी का विशेष महत्व माना जाता है। हर साल यह कार्तिक शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाया जाता है। इस साल यह त्योहार 31 अक्टूबर को पड़ रहा है. यह वर्ष (2025) अत्यधिक शुभता और सौभाग्य लेकर आएगा।
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन किए गए शुभ कार्यों, पूजा-पाठ, दान या खरीदारी का फल कभी नष्ट नहीं होता, इसलिए इसे “अक्षय नवमी” कहा जाता है। इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की विशेष पूजा की जाती है। आंवला नवमी के नाम से भी जाना जाने वाला यह त्योहार आंवले के पेड़ की पूजा से जुड़ा है, क्योंकि इस दिन भगवान विष्णु आंवले के पेड़ में निवास करते थे।
अक्षय नवमी पर क्या खरीदें?
- इस दिन कुछ खास चीजें खरीदना बहुत शुभ माना जाता है। सोना, चांदी, तांबा या पीतल के बर्तन खरीदने से घर में धन की वृद्धि होती है। आंवले का पौधा घर में लाना या आंवले के पेड़ की पूजा करना विष्णु की कृपा पाने का सबसे अच्छा तरीका है।
- इसके अलावा दीपक, कलश और तुलसी का पौधा खरीदने से भी शुभ फल मिलता है। इस दिन जरूरी सामान खरीदना सौभाग्य बढ़ाने वाला माना जाता है।
अक्षय नवमी पर क्या नहीं खरीदना चाहिए?
अक्षय नवमी के दिन दिखावे या विलासिता से जुड़ी चीजें जैसे महंगे कपड़े या आभूषण खरीदना अशुभ होता है। इस दिन कर्ज लेकर खरीदारी करने से बचना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से आर्थिक स्थिरता पर असर पड़ता है। बेवजह पैसा खर्च करने से भी शुभ फलों में कमी आती है।
दान का महत्त्व एवं नियम |
अक्षय नवमी के दिन आंवले के पेड़ के नीचे बैठकर भोजन करने का विशेष महत्व है। इस दिन सात प्रकार के अनाज गेहूं, चावल, चना, जौ, तिल, मक्का और बाजरा का दान करना बहुत शुभ होता है। गरीबों को अन्न, वस्त्र या धन का दान करने से अनंत पुण्य की प्राप्ति होती है और घर में कभी अन्न की कमी नहीं होती है।



