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रांची/डेस्क: राज्य के आपदा प्रबंधन मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने बंगाल की खाड़ी में विकसित हो रहे “मोन्था” चक्रवात के मद्देनजर झारखंड के सभी जिलों के उपायुक्तों को सतर्कता और आवश्यक तैयारी के निर्देश जारी किये हैं.
मंत्री डॉ. अंसारी ने कहा कि मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार यह चक्रवात गंभीर उष्णकटिबंधीय तूफान में तब्दील हो सकता है, जिसके कारण झारखंड के दक्षिणी और मध्य भाग में तेज हवाएं, भारी बारिश और बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न होने की आशंका है. उन्होंने सभी जिलों को स्थिति से निपटने के लिए तत्काल और प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं.
मंत्री द्वारा दिये गये प्रमुख निर्देश:
1. जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) की एक आपातकालीन बैठक आयोजित की जानी चाहिए और सभी संबंधित विभागों को अलर्ट मोड में रखा जाना चाहिए।
2. संभावित प्रभावित क्षेत्रों में एनडीआरएफ/एसडीआरएफ टीमों को तैनात किया जाना चाहिए।
3. निचले और जलजमाव वाले इलाकों की पहचान कर वहां के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की योजना बनाई जाए.
4. विद्युत आपूर्ति, संचार व्यवस्था एवं स्वास्थ्य सेवाओं को सुचारु एवं सक्रिय रखा जाये।
5. सभी बीडीओ एवं थानाध्यक्षों को चौबीसों घंटे निगरानी एवं रिस्पांस के लिए निर्देशित किया गया है.
6. जनसम्पर्क अधिकारियों के माध्यम से जनजागरूकता अभियान चलाकर लोगों को सचेत किया जाये कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें तथा प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।
मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है. सभी उपायुक्तों को हर स्तर पर तैयारी सुनिश्चित करने को कहा गया है ताकि किसी भी तरह की जान-माल की क्षति को कम किया जा सके. उन्होंने यह भी निर्देश दिया है कि जिलों द्वारा की गयी तैयारियों एवं उठाये गये कदमों की रिपोर्ट तत्काल आपदा प्रबंधन विभाग को उपलब्ध करायी जाये. डॉ. इरफान अंसारी ने भी जनता से सतर्क रहने, अफवाहों से बचने और किसी भी आपात स्थिति में स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की अपील की है.
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