ग्वालियर. शहर के प्रतिष्ठित गजराराज मेडिकल कॉलेज, जयारोग्य हॉस्पिटल ग्रुप और हजार बेड हॉस्पिटल में कार्यरत सैकड़ों आउटसोर्स कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है. इस बार हड़ताल में सफाई कर्मचारियों के साथ-साथ सुरक्षाकर्मी भी शामिल हो गए हैं, जिससे अस्पताल की व्यवस्था पर गंभीर असर पड़ने की आशंका जताई जा रही है.
कर्मचारियों का आरोप है कि उन्हें लंबे समय से उनका हक नहीं दिया जा रहा है. यह प्रदर्शन मध्य प्रदेश संविदा आउटसोर्स स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के बैनर तले किया जा रहा है. यूनियन ने चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, तब तक हड़ताल जारी रहेगी.
कर्मचारियों की प्रमुख मांगें
प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों ने प्रशासन के सामने तीन प्रमुख मांगें रखी हैं. संघ के प्रदेश अध्यक्ष कोमल सिंह के मुताबिक इन मांगों पर कई बार चर्चा करने के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई, जिसके चलते उन्हें हड़ताल का रास्ता अपनाना पड़ा.
1. बकाया एरियर का भुगतान: कर्मचारियों की सबसे प्रमुख मांग श्रम विभाग द्वारा 1 अप्रैल, 2024 से लागू संशोधित वेतन वृद्धि के अनुसार 11 महीने के बकाया का तत्काल भुगतान है।
2. बोनस का भुगतान: कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें अभी तक बोनस राशि का भुगतान नहीं किया गया है, जो उनका हक है.
3. समय पर वेतन: दूसरी बड़ी समस्या वेतन भुगतान में देरी है. कर्मचारियों की मांग है कि उनका वेतन हर महीने की पहली तारीख को नियमित रूप से दिया जाए.
स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं
जयारोग्य अस्पताल संभाग के सबसे बड़े अस्पतालों में से एक है, जहां ग्वालियर-चंबल के अलावा पड़ोसी राज्यों से भी मरीज इलाज के लिए आते हैं। सफाई और सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण विभाग के कर्मचारियों के एक साथ हड़ताल पर चले जाने से अस्पताल की व्यवस्था चरमरा सकती है. इसका सीधा असर मरीजों की देखभाल और अस्पताल परिसर की साफ-सफाई पर पड़ सकता है. सैकड़ों कर्मचारियों के काम बंद करने से अस्पताल की मुश्किलें बढ़ना तय है.
ग्वालियर से अतुल सक्सैना की रिपोर्ट



