मध्य प्रदेश में इस समय बेमौसम बारिश हो रही है, किसानों पर आफत बनकर बरस रही बारिश ने फसलों को बर्बाद कर दिया है. वहीं लगातार बारिश के कारण बांधों का जलस्तर भी बढ़ रहा है. ग्वालियर जिले के दो बांधों में अचानक जलस्तर बढ़ने से जल संसाधन विभाग ने गेट खोलकर पानी की निकासी शुरू कर दी है.
ग्वालियर और उसके आसपास हो रही बारिश के कारण जिले में स्थित अपर ककेटो और तिघरा बांध का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। पानी के बढ़ते प्रवाह को देखते हुए जल संसाधन विभाग ने आज इन दोनों बांधों के गेट खोलने का फैसला किया और पानी की निकासी शुरू कर दी.
अपर काकेटो बांध के दो गेट खोले गए
अपर ककेटो डैम के जल संग्रहण क्षेत्र में अत्यधिक वर्षा तथा मौसम विभाग द्वारा जारी चेतावनी तथा डैम के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि को देखते हुए अपर ककेटो डैम के दो गेट खोलकर लगभग 212.26 क्यूमेक्स पानी छोड़ा जा रहा है. ककेटो बांध की निर्धारित जल भराव क्षमता के बाद बांध के सर्वश्रेष्ठ मेड़ से ओवरफ्लो होने पर यह पानी पार्वती नदी के माध्यम से हरसी बांध में जाएगा।
ग्रामीणों को पानी से दूर रहने की सलाह दी गयी
जल संसाधन विभाग ने बताया कि पानी की निकासी के चलते काकेटा, नंदपुरा, दीवान फार्म, बड़ागांव, प्रीतम फार्म, मोहना, ददोरी, उम्मेदगढ़, नरवानी खंडी, सुल्तानगढ़ झरना, ठेर, टीकला, माधवपुरा, भवेद आदि गांवों में अलर्ट जारी किया गया है, हरसी जल संसाधन संभाग डबरा के कार्यपालन अभियंता ने बताया कि सभी आमजन को सूचित किया जाता है कि नदी उफान पर है. किनारे और आसपास के इलाकों से दूर रहें, सुरक्षित स्थानों पर रहें और अन्य नागरिकों को भी सूचित करें।
तिघरा बांध के तीन गेट 2-2 फीट खोले गए।
इसी तरह तिघरा बांध का जलस्तर भी बढ़ रहा है। तिघरा बांध का वर्तमान स्तर 739.75 फीट है। लगातार बारिश और पानी की आवक के कारण पानी की मात्रा तेजी से बढ़ रही है. इसलिए तिघरा बांध के बढ़ते जलस्तर को स्थिर रखने के लिए मंगलवार को तिघरा जलाशय के तीन गेट 2-2 फीट खोलकर पानी की निकासी की जा रही है।
ग्वालियर मुरैना के इन गांवों के लिए अलर्ट जारी मुरैना
जल संसाधन विभाग संभाग ग्वालियर कार्यपालन यंत्री ने बताया कि तिघरा से निकाला गया पानी सांक नदी में छोड़ा जाएगा। सांक नदी के किनारे रहने वाले गांवों के लोगों को सतर्क रहने और नदी के किनारे न जाने की सूचना दी गई है। इसके कारण ग्वालियर जिले के प्रभावित क्षेत्रों में ग्राम तिघरा, ग्राम कैथा, ग्राम तालपुरा, ग्राम महिदपुर, ग्राम पृथ्वीपुर, ग्राम कुलैथ, ग्राम आगरा भटपुरा, ग्राम दुगनावली और ग्राम तिलघाना शामिल हैं, जबकि मुरैना जिले के प्रभावित क्षेत्रों में ग्राम पहाड़ी, ग्राम जखौदा और ग्राम बमोर शामिल हैं।
ये आईएमडी की चेतावनी है
गौरतलब है कि मौसम में बदलाव के कारण किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें दिखने लगी हैं, जिसे मौसम विभाग की चेतावनी ने और बढ़ा दिया है, आईएमडी के मुताबिक, अलग-अलग जगहों पर सक्रिय मौसमी सिस्टम के कारण अगले चार दिनों तक आंधी, बिजली और बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है. मौसम विभाग ने 29 अक्टूबर को उत्तरी और पूर्वी जिलों में भारी बारिश और 30 अक्टूबर को पूर्वी हिस्से में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। अगले 24 घंटों के दौरान चंबल-ग्वालियर, इंदौर और उज्जैन संभागों के जिलों में कुछ स्थानों पर भारी और हल्की बारिश की संभावना है।



