छतरपुर: बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने अपने एक दिव्य दरबार के दौरान सनसनीखेज दावा किया है. उन्होंने भक्तों को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें बदनाम करने के लिए अंतरराष्ट्रीय साजिश रची जा रही है, जिसमें विदेशी ताकतें शामिल हैं.
महाराज के मुताबिक, इस साजिश के तहत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का इस्तेमाल कर उनके फर्जी वीडियो बनाए जा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि इन वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल कर उनकी छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है.
22 सदस्यीय प्रायोजित टीम का खुलासा
धीरेंद्र शास्त्री ने दावा किया कि उन्हें यह जानकारी एक उच्च पदस्थ अधिकारी से मिली है. उन्होंने बताया कि इस काम के लिए आईटी पेशेवरों की एक पूरी टीम को तैनात किया गया है.
“22 सदस्यों की पूरी आईटी टीम आपको फॉलो कर रही है। यह टीम एआई जेनरेटरेटिव फेक वीडियो को वायरल करने के लिए ही काम करती है। उन वीडियो को प्रायोजित कहा जाता है, जिन्हें वायरल करने के लिए पैसे लगाए जाते हैं।” — बागेश्वर महाराज
उन्होंने कहा कि यह उनकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने का एक सुनियोजित प्रयास है.
विरोधियों पर भी निशाना साधा
बागेश्वर महाराज ने अपने विरोधियों की ओर भी इशारा किया. उन्होंने कहा, “अगर हमने खुले मंचों से मौज-मस्ती करने वालों का उपहास किया होता तो क्या वे चुप रहते? जितना हो सकता था, वे हमें और अधिक नुकसान पहुंचा रहे होते।”
उन्होंने आगे कहा, “कई तांत्रिकों की दुकानें बंद हो गई हैं, क्या वे चुप बैठे रहेंगे? उनके पास जो भी शक्तियां हैं, वे उन्हें छोड़ देंगे।” उन्होंने स्पष्ट किया कि बड़ी विदेशी ताकतें उन्हें गिराने की कोशिश कर रही हैं.
भक्तों से हनुमान जी की भक्ति की अपील की.
इन आरोपों के बीच धीरेंद्र शास्त्री ने अपने भक्तों से संयम बरतने और विचलित न होने की अपील की है. उन्होंने कहा कि उन्हें बालाजी और सन्यासी बाबा द्वारा संरक्षित किया गया है।
उन्होंने भक्तों से कहा, “आप सभी हमारे जाल में न फंसें बल्कि हमारे बालाजी के जाल में फंसें। अगर हनुमान जी आपके साथ हैं तो चाहे पूरी धरती भी आपके खिलाफ आ जाए तो कोई कुछ नहीं कर सकता।”
छतरपुर से सौरभ शुक्ला की रिपोर्ट



