बॉलीवुड में कई दिग्गज गायकों ने अपनी आवाज से अमर पहचान बनाई है। लेकिन एक गायिका ऐसी भी थीं जिनकी तुलना सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर से की जाती थी। अपनी सुरीली आवाज से लाखों दिलों को जीतने वाली इस गायिका ने जहां बॉलीवुड में धूम मचाई, वहीं बाद में उन्होंने भक्ति संगीत में भी अपनी अलग पहचान बनाई।
प्रकाशित तिथि: मंगलवार, 28 अक्टूबर 2025 10:55:30 पूर्वाह्न (IST)
अद्यतन दिनांक: मंगलवार, 28 अक्टूबर 2025 10:56:04 पूर्वाह्न (IST)
पर प्रकाश डाला गया
- बॉलीवुड से भक्ति संगीत में पहचान मिली.
- गायिका की तुलना लता मंगेशकर से की.
- गुलशन कुमार के साथ जुड़ा सिंगर का नाम.
मनोरंजन डेस्क. बॉलीवुड में कई दिग्गज गायकों ने अपनी आवाज से अमर पहचान बनाई है। लेकिन एक गायिका ऐसी भी थीं जिनकी तुलना सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर से की जाती थी।
अपनी सुरीली आवाज से लाखों दिलों को जीतने वाली इस गायिका ने जहां बॉलीवुड में धूम मचाई, वहीं बाद में उन्होंने भक्ति संगीत में भी अपनी अलग पहचान बनाई। हम बात कर रहे हैं मशहूर गायिका अनुराधा पौडवाल की।
बॉलीवुड से भक्ति तक का सफर
अनुराधा पौडवाल ने 70 और 80 के दशक में कई सुपरहिट गाने दिए। ‘क्या करते द सजना’, ‘कोयल सी तेरी बोल’, ‘मैंनू इश्क दा लगया रोग’ जैसे गानों ने उन्हें घर-घर में मशहूर कर दिया। उस समय लोग उनकी आवाज की तुलना लता मंगेशकर से करते थे।
तुलना लता मंगेशकर से की गई
अनुराधा ने अपने करियर की शुरुआत फिल्म अभिमान से की, जिसमें अमिताभ बच्चन और जया भादुड़ी मुख्य भूमिका में थे। धीरे-धीरे उन्होंने कई बड़े संगीतकारों के साथ काम किया और अपनी पहचान बनाई। 70-80 के दशक में वह इतनी लोकप्रिय हो गईं कि उनकी तुलना लता मंगेशकर से की जाने लगी।
उद्योग में भेदभाव और संघर्ष
अनुराधा पौडवाल ने एक इंटरव्यू में बताया था कि बॉलीवुड में सिंगर्स के साथ भेदभाव होता है. यही कारण था कि उन्होंने फिल्मी दुनिया से दूर रहकर भक्ति संगीत को अपनाने का फैसला किया।
अपने पति और बेटे के निधन से टूट गई
अनुराधा ने 1969 में म्यूजिक डायरेक्टर अरुण पौडवाल से शादी की। दोनों के दो बच्चे हुए-आदित्य और कविता। लेकिन उनके पति की एक दुर्घटना में मृत्यु हो गयी. बाद में किडनी फेल होने के कारण उन्होंने अपने बेटे आदित्य को भी खो दिया, जिससे उनका जीवन पूरी तरह से बदल गया।
गुलशन कुमार से जुड़ा नाम
पति की मौत के बाद अनुराधा की जिंदगी में कुछ समय तक स्थिरता रही. उस दौरान उनका नाम टी-सीरीज़ के संस्थापक गुलशन कुमार से भी जुड़ा था। दोनों ने एक साथ कई सुपरहिट गाने गाए और एक बेहतरीन जोड़ी के रूप में पहचाने जाने लगे। लेकिन जब गुलशन कुमार की हत्या हुई तो अनुराधा पूरी तरह टूट गईं और उन्होंने पूरी तरह से भक्ति संगीत की राह पकड़ ली।
भक्ति संगीत की साम्राज्ञी बन गईं
अनुराधा पौडवाल को 2017 में पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। आज वह अपनी भक्तिपूर्ण आवाज से लोगों के दिलों में बस गई हैं।
अनुराधा पौडवाल के मशहूर गाने
- धीरे से
- बहुत प्यार करता है
- कूटना शुरू कर दिया
- आपका नाम लिया
- मुझे नींद नहीं आ रही
- आप चाहते हैं
- अंतर्दृष्टि
- मेरा दिल नहीं मानता
- मैं एक विदेशी हूं
- मेरे खाली सपने



