लखनऊ, अमृत विचार: बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर इस बार न सिर्फ शराब बल्कि नकदी बरामदगी में भी भारी बढ़ोतरी हुई है. पिछले 90 दिनों में उत्तर प्रदेश समेत विभिन्न राज्यों से लाई गई करीब 72 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की गई है. पटना जिले में ही, कथित तौर पर स्थानीय राजनीतिक दल के कार्यकर्ताओं के वाहनों से एक ही दिन में 1.35 करोड़ रुपये बरामद किए गए।
इस गिरफ्तारी में सैकड़ों लीटर शराब भी जब्त की गई. कई जगहों पर यह शराब झारखंड और उत्तर प्रदेश से लायी जा रही थी. सीमा चौकियों पर तैनात विशेष निगरानी टीमों ने अब तक लगभग 1,100 वाहनों को जब्त किया है, जो अवैध शराब या नकदी ले जा रहे थे।
दरअसल, बिहार में शराबबंदी कानून लागू है, लेकिन इसके बावजूद वहां शराब की तस्करी नहीं रुक रही है. विधानसभा चुनाव को देखते हुए तस्कर एक बार फिर सक्रिय हो गए हैं और बड़े पैमाने पर शराब की तस्करी की जा रही है. हालांकि चुनाव को लेकर पुलिस पूरी तरह से अलर्ट है और लगातार वाहन चेकिंग अभियान चला रही है.
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर राज्य भर में पुलिस की चौकसी बढ़ गयी है. सीमा से सटे इलाकों के साथ-साथ विभिन्न जिलों में भी चेक पोस्ट बनाकर हर आने-जाने वाले वाहनों की सघन जांच की जा रही है. इसका नतीजा है कि पिछले कुछ महीनों में राज्य में करोड़ों रुपये नकद के साथ-साथ शराब, हथियार, सोना-चांदी और अन्य संदिग्ध वस्तुएं जब्त की गई हैं। पिछले तीन महीनों में राज्य के विभिन्न जिलों से इतनी बरामदगी हुई है कि बरामदगी की संख्या रिकॉर्ड तोड़ रही है. जुलाई से अक्टूबर तक राज्य में लगभग 270 करोड़ रुपये नकद और इतनी ही कीमत की अवैध वस्तुएं जब्त की गईं।
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