लखनऊ/काकोरी, लोकजनता: काकोरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में सिजेरियन डिलीवरी के बाद भर्ती प्रसूता को एक्सपायर्ड ग्लूकोज चढ़ा दिया गया। इससे उसकी हालत बिगड़ गई। गर्भवती महिला को गंभीर हालत में केजीएमयू के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग (क्वीनमेरी) में भर्ती कराया गया है। घटना से गुस्साए परिजनों ने सीएचसी में हंगामा किया। मौके पर पहुंची पुलिस ने परिजनों को शांत कराया। अन्य तीन मरीजों पर भी एक्सपायर्ड ग्लूकोज बोतलों का इस्तेमाल करने का आरोप है. मामले की जांच के लिए सीएमओ ने दो सदस्यीय कमेटी गठित की है। कमेटी ने परिजनों के बयान दर्ज कर लिए हैं।
सीएमओ का कहना है कि कमेटी की जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। काकोरी के नरोना गांव की रहने वाली काजोल को प्रसव पीड़ा होने पर सीएचसी में भर्ती कराया गया था। शनिवार सुबह 11 बजे गर्भवती महिला ने सिजेरियन ऑपरेशन से बेटे को जन्म दिया। डिलीवरी के बाद उसे प्रसूति वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। बहनोई नीरज श्रीवास्तव ने बताया कि रविवार की सुबह चार बजे अचानक गर्भवती की हालत बिगड़ने लगी और देखने में आया कि उसे एक्सपायर ग्लूकोज चढ़ाया जा रहा है. मुंह से झाग निकलता देख परिजन घबरा गये और शोर मचाने लगे. स्टाफ ने तुरंत इंजेक्शन लगाया। हालत में सुधार नहीं हुआ. अस्पताल प्रशासन ने गर्भवती महिला को एंबुलेंस से क्वीन मैरी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां इलाज के बाद गर्भवती महिला की हालत खतरे से बाहर है.
काजोल के जीजा नीरज श्रीवास्तव ने बताया कि वार्ड में भर्ती तीन अन्य मरीजों को भी एक्सपायर्ड ग्लूकोज की बोतलें दी जा रही थीं. इसकी जानकारी जब परिजनों को हुई तो उन्होंने भी हंगामा करना शुरू कर दिया. लापरवाही से नाराज परिजनों ने डायल 112 पर सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने परिजनों को शांत कराया। मामले की जानकारी सीएचसी अधीक्षक को दी गई। मौके पर पहुंचे अधीक्षक ने परिजनों को कार्रवाई का आश्वासन दिया।
सीएचसी प्रभारी डॉ. केडी मिश्रा ने बताया कि एक्सपायरी डेट की ग्लूकोज की बोतल गर्भवती महिला को दे दी गई थी और अन्य मरीजों को नहीं दी गई थी। बताया कि मामले की जांच कर सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं, पीड़ित के जीजा ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज कर दोषी कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है.
मामले की जांच के लिए दो सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया गया है. इसमें अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अनिल श्रीवास्तव व डॉ. ज्योति को जांच सौंपी गई है। कमेटी ने रविवार सुबह सीएचसी पहुंचकर ऑन ड्यूटी स्टाफ नर्स शांति, डॉ. सोमा जैन और रात्रि ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक डॉ. अरविंद के बयान दर्ज किए। टीम जल्द ही अपनी पूरी रिपोर्ट सौंपेगी. लापरवाही पाए जाने पर संबंधित डॉक्टर व नर्स के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
-डॉ। एनबी सिंह, सीएमओ



