प्रमुख घाटों पर तैनात रहेंगे गोताखोर, जिला नियंत्रण कक्ष भी रहेगा सक्रिय, सभी जोन व प्रखंडों में क्यूआरटी सक्रिय.
धनबाद.
छठ पर जिले में सुरक्षा एवं शांति सुनिश्चित करने के लिए व्यापक तैयारी की गयी है. अनुमंडल पदाधिकारी राजेश कुमार ने जिले के प्रमुख छठ घाटों पर गोताखोरों की तैनाती की है, ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति से तुरंत निपटा जा सके. जिला नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई है, जो 27 अक्टूबर को सुबह 10 बजे से 28 अक्टूबर को छठ पर्व की समाप्ति तक क्रियाशील रहेगा। इसका संचालन कार्यपालक दंडाधिकारी रवीन्द्रनाथ ठाकुर एवं कार्यपालक दंडाधिकारी लाल बालकिशोर नाथ शाहदेव के नेतृत्व में किया जाएगा। कंट्रोल रूम के फोन नंबर (0326-2311217 और 0326-2311807) भी जारी किए गए हैं.
अधिकारियों, पर्यवेक्षकों एवं कर्मियों की प्रतिनियुक्ति
कतरास, छाताटांड़, धनबाद, झरिया, सिंदरी, बाघमारा सहित अगरकुंड, केलियासोल, पुटकी, तोपचांची, बलियापुर, निरसा, टुंडी, पूर्वी टुंडी, गोविंदपुर और चिरकुंडा नगर परिषद क्षेत्र के प्रमुख तालाबों और नदी किनारे के छठ घाटों पर अधिकारियों, पर्यवेक्षकों और कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। क्विक रिस्पांस टीम (क्यूआरटी) का भी गठन किया गया है. इसमें संबंधित क्षेत्र के सीओ, बीडीओ, थाना प्रभारी और ओपी प्रभारी शामिल होंगे.
अस्पतालों एवं स्वास्थ्य केन्द्रों में डॉक्टर, पैरामेडिकल टीम एवं एम्बुलेंस की व्यवस्था रहेगी।
सुरक्षा के लिए राजेंद्र सरोवर, लोको टैंक, खोखन तालाब, मनईटांड़ छठ तालाब, रानी बांध धैया, झरिया के राजा तालाब, बिग बाजार के सामने सुगियाडीह तालाब, खुदिया नदी गोविंदपुर, पंचेत बांध, मैथन, पुटकी के नील कोठी तालाब, लाल बंगला छठ घाट, डुंगरी झरिया समेत अन्य घाटों पर गोताखोर तैनात किये गये थे. मोहलबनी छठ घाट. है। सिविल सर्जन को सभी अस्पतालों एवं स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टर, पारा मेडिकल टीम एवं एंबुलेंस की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है. धनबाद, झरिया और सिंदरी के अग्निशमन पदाधिकारियों को फायर ब्रिगेड की गाड़ियां और उपकरण चालू हालत में रखने का निर्देश दिया गया है.
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