नीरज कुमार साहू/न्यूज़11 भारत
बेस/डेस्क: गुमला आदिवासी छात्र संघ के नेता अशोक भगत के बयान के विरोध में बसिया के तिर्रा केमता टोली में छोटानागपुर तेली समाज के केंद्रीय अध्यक्ष उदासन नाग की अध्यक्षता में बैठक हुई.
इस दौरान उदासन नाग ने कहा कि भारत का संविधान झारखंड में रहने वाले सभी झारखंडियों को संवैधानिक तरीके से अपना हक मांगने का अधिकार देता है. तेली समाज की जीवनशैली रूढ़िवादी है, वर्षों से तेली समाज अपने समुदाय को एसटी में शामिल करने की मांग कर रहा है, वह भी शांतिपूर्ण तरीके से, लेकिन इस बीच अशोक भगत द्वारा समाज के बारे में जो बेतुका बयान दिया जा रहा है, उसे यह तेली समाज बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करेगा, तेली समाज सरकार से अपना हक मांग रहा है, भीख नहीं मांग रहा है, अब झारखंड में तेली समाज अपने हक के लिए आर-पार की लड़ाई लड़ेगा. इसे लेकर तेली समाज पूरे झारखंड में आंदोलन कर रहा है. रूपरेखा तैयार की जा रही है. आगे उदासन नाग ने कहा कि तेली समाज किसी भी राजनीतिक दल का पिट्ठू नहीं है, चाहे पिछली सरकार हो या वर्तमान सरकार, सभी ने तेली समाज को ठगने का काम किया है, लेकिन अब तेली समाज जाग चुका है और अपने अधिकार के लिए निर्णायक आंदोलन शुरू करने की तैयारी कर रहा है. झारखंड में तेली समाज महज वोट बैंक बन कर रह गया है. यहां तेली समुदाय के युवाओं को चपरासी की नौकरी पाना भी मुश्किल हो गया है, जिससे खास तौर पर तेली समुदाय के युवाओं में काफी गुस्सा है.
कुर्मी समाज अपना अधिकार मांग रहा है, तेली समाज उसका समर्थन करता है.
छोटानागपुर तेली समाज के केंद्रीय अध्यक्ष उदासन नाग ने कहा कि कुर्मी समाज संवैधानिक तरीके से अपना हक मांग रहा है, जिसका तेली समाज समर्थन करता है.
मौके पर मुख्य रूप से उदासन नाग, भागीरथी साहू, दिलीप साहू, कृष्णा ओहदार, मुकेश ओहदार, गोवर्धन साहू, अभिषेक साहू, गुरुचरण साहू, अजय साहू आदि उपस्थित थे.
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