कानपुर, अमृत विचार। आस्था का महापर्व छठ पूजा शनिवार से नहाय-खाय के साथ शुरू हो जायेगा. रविवार को खरना के साथ 36 घंटे का अखंड व्रत शुरू हो जाएगा। विजय नगर, गुजैनी, दबौली आदि जगहों पर दउरा, सूप आदि पूजन सामग्री की बिक्री शुरू हो गयी है. पनकी और अर्मापुर छठ घाट पूरी तरह सज गये हैं.
जबकि सीटीआई, शास्त्रीनगर, दबौली और गुजैनी में अभी भी सफाई का काम चल रहा है। नगर निगम शास्त्रीनगर, नमक फैक्ट्री चौराहा आदि स्थानों पर बनाए गए कृत्रिम तालाबों में पानी भरेगा, ताकि व्रती महिलाओं को किसी तरह की दिक्कत न हो।
संतान के जन्म, उनकी सुख-समृद्धि और लंबी उम्र की कामना के साथ मनाए जाने वाले इस त्योहार पर गंगा तटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है। गंगा बैराज, गोलाघाट, मैस्कर घाट और सिद्धनाथ घाट पर सुबह-शाम हजारों श्रद्धालु पूजा-अर्चना के लिए जुटेंगे।
सोमवार की शाम घाटों पर आस्था का सैलाब उमड़ेगा. वातावरण में देवी गीतों की ध्वनि गूंजेगी तो खुशियों के पटाखे भी छूटेंगे। सीटीआई नगर घाट पर वेदी बनाने आई कलावती सिंह ने बताया कि वे 48 वर्षों से पूजा कर रही हैं. माँ की कृपा से सब कुछ मिल गया. मैं सभी जिम्मेदारियों से मुक्त हो गया हूं.’ इस बार पति और दोनों बच्चे घर से घाट तक की दूरी लेटकर तय करेंगे।
तान्या यादव पहली बार व्रत रखेंगी. उनका कहना है कि तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. मेरी संतान प्राप्ति की इच्छा पूरी हो गई है इसलिए मैं व्रत रखूंगी और पारण के बाद भंडारे का भी आयोजन करूंगी. उनका कहना है कि उनके घर में छह महिलाएं हैं जो व्रत रखेंगी. उनके साथ पुरुष भी व्रत रखेंगे और इस बार पूरी रात पानी में खड़े रहेंगे.



