भोपाल: भोपाल समाचार: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आईएसआईएस से प्रेरित एक आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश किया है। इस कार्रवाई में दिल्ली और भोपाल से दो आतंकियों को गिरफ्तार किया गया. अधिकारियों का मानना है कि इसका संबंध पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई से भी हो सकता है. पुलिस दोनों आतंकियों से पूछताछ कर रही है ताकि उनकी योजना और अंतरराष्ट्रीय आतंकी नेटवर्क का पता लगाया जा सके. जानकारी के मुताबिक गिरफ्तार आतंकियों में से एक दिल्ली और दूसरा मध्य प्रदेश के भोपाल का रहने वाला है. दिल्ली से पकड़े गए आरोपी को सादिक नगर से पकड़ा गया, जबकि दूसरे आरोपी अदनान को दिल्ली की टीम ने भोपाल के करोंद स्थित उसके घर से गिरफ्तार किया.
यूपी एटीएस ने साल 2024 में अदनान के खिलाफ कार्रवाई भी की थी. उन पर ज्ञानवापी मस्जिद मामले में फैसला देने वाले जज को धमकी देने का आरोप था. अदनान सीरिया में बैठे हैंडलर को रिपोर्ट करता था और उसने ‘ब्रदरहुड’ नाम से एक व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाया था। भोपाल के करोंद स्थित इंडस कॉलोनी में रहने वाले अदनान के पिता एक प्राइवेट फैक्ट्री में काम करते हैं और उनकी मां एक थिएटर आर्टिस्ट हैं। घर पर छोटी बहन भी है. पड़ोसी अदनान और उसके परिवार की तारीफ कर रहे हैं और कहते हैं कि उन्होंने कभी कोई संदिग्ध गतिविधि नहीं देखी लेकिन गिरफ्तारी के बाद पड़ोसी भी हैरान हैं. शुरुआती जांच में पता चला है कि दोनों आरोपी आईएसआईएस से जुड़े थे और दिल्ली में बड़े आतंकी हमले की साजिश रच रहे थे. पुलिस ने उनके पास से इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस और आपत्तिजनक सामग्री बरामद की है.
भोपाल समाचार: इन गिरफ्तारियों से दिल्ली में संभावित बड़े हमले को रोक दिया गया। जांच एजेंसियां अभी भी पूरे नेटवर्क का पता लगाने और अन्य सहयोगियों की पहचान करने की कोशिश कर रही हैं। भोपाल से आतंकी पकड़े जाने का यह पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी भोपाल से बांग्लादेश के प्रतिबंधित आतंकी संगठन जमात-उल-मुजाहिदीन (जेबीएम) और इस्लामिक ग्रुप हिज्ब-उत-तहरीर (एचयूटी) के साथ-साथ सिमी के आतंकियों को भी पकड़ा जा चुका है. ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर मध्य प्रदेश पुलिस को राज्य में इन आतंकियों के ठिकानों की जानकारी क्यों नहीं है और आतंकियों का ठिकाना मध्य प्रदेश में क्यों बनाया जाता है.



