कानपुर, अमृत विचार। छठ पूजा पर ट्रेनों में लाखों यात्रियों की भीड़ उमड़ रही है. स्टेशनों और ट्रेनों में यात्रियों को सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के लिए रेलवे की कई टीमें काम कर रही हैं। उत्तर मध्य क्षेत्र के महाप्रबंधक नरेश पाल सिंह अपनी टीम के साथ यात्रियों की व्यवस्था देखने सेंट्रल स्टेशन पहुंचे।
शुक्रवार को उत्तर मध्य क्षेत्र के महाप्रबंधक नरेश पाल सिंह स्पेशल सैलून से कानपुर सेंट्रल स्टेशन पहुंचे। महाप्रबंधक ने उप मुख्य यातायात प्रबंधक आशुतोष सिंह व अन्य अधिकारियों के साथ छठ पूजा पर यात्रियों को सुरक्षित उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए की गयी व्यवस्था का जायजा लिया. दरअसल, रेलवे ने त्योहारों के दौरान 12000 से ज्यादा ट्रेनों का संचालन किया है. फिलहाल छठ पूजा के लिए नई दिल्ली और मुंबई से ज्यादातर यात्री बिहार और छत्तीसगढ़ की ओर जा रहे हैं, जिससे ट्रेनें फुल हैं.
महाप्रबंधक नरेश पाल सिंह ने सेंट्रल स्टेशन पर चल रहे निर्माण कार्य का निरीक्षण किया और मानचित्र से यह समझने का प्रयास किया कि कितना प्रतिशत काम अभी बाकी है। महाप्रबंधक ने कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया. महाप्रबंधक ने सभी प्लेटफार्मों के अलावा कैंट साइड और सिटी साइड का भी निरीक्षण किया. जीएम का काफिला जीएमसी, गोविंदपुरी स्टेशन समेत कई अन्य जगहों पर भी पहुंचा और ट्रेनों के परिचालन से जुड़ी सभी व्यवस्थाओं की जांच की.
छठ से लौटने वाली 6181 स्पेशल ट्रेनें, अतिरिक्त काउंटर
छठ पूजा के बाद लोग बिना किसी रुकावट के अपने काम पर लौट सकें, इसके लिए 28 अक्टूबर से नवंबर तक 6181 स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी. भारतीय रेल यात्रियों की त्योहारी यात्रा को आसान और आरामदायक बनाने के लिए देशभर में 12000 से ज्यादा स्पेशल ट्रेनें चलाई गई हैं. छठ पूजा में शामिल होने के लिए हजारों लोग कई दिनों से ट्रेनों से यात्रा कर रहे हैं, लेकिन छठ पूजा खत्म होने के बाद ट्रेनों में अचानक भीड़ बढ़ जाएगी, जिसके लिए रेलवे ने तैयारी शुरू कर दी है.
कई अतिरिक्त टिकट काउंटर और पूछताछ काउंटर काम करेंगे। इसके अलावा कानपुर, बलिया, समस्तीपुर, दानापुर, राजेंद्र नगर, दरभंगा, पटना, मुजफ्फरपुर, गया, बरौनी, आनंद विहार टर्मिनल, उधना, पुणे, मुंबई, नई दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु समेत बड़े स्टेशनों पर यात्रियों के लिए 24 घंटे विशेष व्यवस्था की गई है. इसके अलावा स्वचालित वेंडिंग मशीन, यात्री आरक्षण प्रणाली काउंटर, मोबाइल अनारक्षित टिकटिंग सुविधा का भी विस्तार किया गया है। इसी प्रकार सूचना पटल एवं सार्वजनिक उद्घोषणा प्रणाली को सुदृढ़ किया गया है। स्टेशन पर साफ-सफाई और ट्रेनों की साफ-सफाई के लिए अलग-अलग टीम तैनात की गई है।



