बाराबंकी, अमृत विचार। दिवाली और प्रतिपदा के बाद मनाया जाने वाला भाई दूज का त्योहार गुरुवार को पूरे जिले में हर्षोल्लास और पारंपरिक रीति-रिवाज के साथ मनाया गया। सुबह से ही घरों में पूजा और चौक की तैयारियों का माहौल रहा।
बहनों ने आंगन को गाय के गोबर से लीपकर शुद्ध किया और गेरू, खड़िया और चावल के घोल से सुंदर चौक बनाए। रंगोली में लटजीरा और बेर की डालियां रखकर शुभ प्रतीकों से सजाया गया। शुभ मुहुर्त में बहनों ने भाइयों को तिलक लगाकर उनकी सुख-समृद्धि व दीर्घायु की कामना की।
भाइयों ने भी अपनी बहनों को उपहार दिए और जीवन भर उनकी रक्षा करने का वचन दिया। मिठाइयों से मुंह मीठा करने से भाई-बहन के प्यार का यह पवित्र बंधन और भी मधुर हो गया। भाई दूज का उल्लास शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक साफ नजर आया।
कई बहनें अपने भाइयों के घर पहुंचीं तो कई भाई अपनी बहनों के दरवाजे पर उपहार लेकर पहुंचे। बाजारों में पूरे दिन चहल-पहल रही और हर घर-आंगन में प्रेम, स्नेह और पारिवारिक एकता की रौनक दिखी।