लखनऊ. बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने पार्टी में गुटबाजी और अनुशासनहीनता के मामले पर सख्त रुख अपनाया है। पार्टी की अनुशासन समिति की सिफारिश पर उन्होंने प्रमुख मुस्लिम नेता समसुद्दीन रायनी को बसपा से निष्कासित कर दिया है. रैनी पर पार्टी विरोधी गतिविधियों और गुटबाजी में शामिल होने का आरोप लगाया गया है.
बसपा के प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल की ओर से जारी आधिकारिक बयान में कहा गया है कि रायनी को संगठनात्मक अनुशासन बनाए रखने के लिए कई बार चेतावनी दी गई थी, लेकिन उन्होंने अपनी कार्यशैली में सुधार नहीं किया. पार्टी हितों के विपरीत आचरण और अनुशासनहीनता के कारण उन्हें संगठन से निष्कासित कर दिया गया है.
पार्टी नेताओं का कहना है कि मायावती अब संगठन में सक्रिय और जमीनी स्तर पर काम करने वाले नेताओं को आगे लाने की रणनीति पर काम कर रही हैं. निष्क्रिय और गुटबाजी करने वाले नेताओं पर एक के बाद एक कार्रवाई की जा रही है. इससे पहले भी बसपा में कई जिलों और मंडलों में बड़े बदलाव किये जा चुके हैं.
गौरतलब है कि समसुद्दीन राईनी लंबे समय से बीएसपी में सक्रिय हैं और नसीमुद्दीन सिद्दीकी के बाद उन्हें पार्टी का सबसे बड़ा मुस्लिम चेहरा माना जाता था. वह लखनऊ और कानपुर मंडल के प्रभारी थे और संगठन पर उनकी मजबूत पकड़ मानी जाती थी। सूत्रों के मुताबिक पिछले कुछ महीनों से रेयानी के खिलाफ लगातार शिकायतें मिल रही थीं, जिसकी समीक्षा के बाद यह कार्रवाई की गई है.