विधायक ने आगे कहा कि अधिकार मिलेगा तो आदिवासी समाज आगे बढ़ेगा और अधिकांश आदिवासी समाज में सीमांत किसान हैं, 7/12 की कॉपी में एक से अधिक नाम हैं और एक भी व्यक्ति को योजना का लाभ मिलता है.
आदिवासी समुदायों को भूमि का स्वतंत्र मालिकाना अधिकार नहीं मिलता है।
आदिवासी समुदाय में अधिकार नहीं मिलने पर पारिवारिक कलह होती है और बीजेपी विधायक जमीन का मालिकाना हक देने की मांग करते हैं. विधायक मोहन ढोडिया ने मुख्यमंत्री के सामने प्रेजेंटेशन दिया था और संदेश न्यूज से खास बातचीत में आदिवासी समुदाय के विधायक ने कहा कि आदिवासियों की जमीन में 7/12 की कॉपी में एक से ज्यादा नाम हैं और उमरगाम से लेकर अंबाजी तक आदिवासी समुदाय फैला हुआ है.