नईदुनिया डिजिटल। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने वित्त वर्ष 2024-25 में लगातार पांचवें साल कोई वेतन नहीं लिया है। कंपनी की नवीनतम वार्षिक रिपोर्ट में कहा गया है कि अंबानी ने कोविड-19 महामारी के दौरान लिए गए अपने फैसले को जारी रखा है। उस समय उन्होंने वेतन, भत्ते और प्रोत्साहन सहित सभी प्रकार के पारिश्रमिक छोड़ दिये थे।
कोरोना काल से वेतन रुका हुआ है
67 साल के अंबानी ने कोरोना काल (वित्तीय वर्ष 2020-21) के दौरान अपनी सैलरी लेना बंद कर दिया था. इससे पहले वह 2008-09 से 2019-20 तक हर साल 15 करोड़ रुपये की सैलरी ले रहे थे. हालांकि रिलायंस देश की सबसे बड़ी मार्केट कैप कंपनी है और अंबानी इसका नेतृत्व कर रहे हैं, फिर भी वह पांच साल से बिना वेतन के काम कर रहे हैं।
फोर्ब्स के मुताबिक, 7 अगस्त 2025 तक मुकेश अंबानी की कुल संपत्ति 103.3 अरब डॉलर (करीब 9.06 लाख करोड़ रुपये) आंकी गई है। इस हिसाब से वह दुनिया के 18वें सबसे अमीर शख्स हैं।
खर्च कैसे पूरे होते हैं?
आरआईएल में अंबानी परिवार की 50.33% हिस्सेदारी है। कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2024 में प्रति शेयर 10 रुपये का लाभांश घोषित किया था। इस हिसाब से परिवार के पास मौजूद 332.27 करोड़ शेयरों से करीब 3,322.7 करोड़ रुपये का लाभांश प्राप्त हुआ।
इसके अलावा, उन्हें कंपनी द्वारा प्रदान की जाने वाली व्यवसाय संबंधी यात्रा, आवास, संचार और सुरक्षा की लागत से भी लाभ होता है।
बच्चों की आय
अक्टूबर 2023 में मुकेश अंबानी के तीन बच्चों आकाश अंबानी, ईशा अंबानी पीरामल और अनंत अंबानी को रिलायंस बोर्ड में गैर-कार्यकारी निदेशक बनाया गया था। वित्तीय वर्ष 2025 में उन्हें 0.06 करोड़ रुपये सिटिंग फीस और 2.25 करोड़ रुपये कमीशन मिला.
जबकि अगस्त 2023 में बोर्ड से इस्तीफा देने वाली नीता अंबानी को वित्त वर्ष 2024 में 0.02 करोड़ रुपये सिटिंग फीस और 0.97 करोड़ रुपये कमीशन मिला। उनका नाम वित्तीय वर्ष 2025 की सूची में शामिल नहीं है।
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