बाराबंकी, अमृत विचार। शासन को प्राप्त सैटेलाइट रिपोर्ट के आधार पर बाराबंकी में पराली जलाने की कुल 35 घटनाएं चिन्हित की गई हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, सबसे ज्यादा मामले फतेहपुर तहसील में सामने आए हैं. तहसीलवार देखें तो फतेहपुर में 17, नवाबगंज में 7, रामनगर में 5, हैदरगढ़ में 4, रामसनेहीघाट व सिरौली गौसपुर में एक-एक घटनाएं हुई हैं। उप कृषि निदेशक धीरेंद्र सिंह ने बताया कि कृषि विभाग और राजस्व विभाग की संयुक्त टीमों द्वारा सभी स्थानों का मौके पर जाकर निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के बाद तत्काल प्रभाव से कार्रवाई की गई। अब तक 62,500 रुपये की वसूली हो चुकी है. इसके अलावा पराली जलाने में प्रयुक्त दो कंबाइन हार्वेस्टर और एक ट्रैक्टर को जब्त कर थाना प्रशासन को सौंप दिया गया है.
पराली जलाने से रोका तो भड़के किसान, तीन हिरासत में
पराली जलाने से रोकने के लिए तहसील प्रशासन की ओर से चलाए जा रहे जागरूकता अभियान के तहत शुक्रवार को एसडीएम कार्तिकेय सिंह और तहसीलदार वैशाली अहलावत ने गांवों का दौरा कर किसानों को समझाया कि पराली जलाने से पर्यावरण को नुकसान होता है और मिट्टी की उर्वरता भी कम होती है। इस दौरान उहर गांव में पराली जलाने की सूचना पर पहुंचे अधिकारियों से एक खेत मालिक की नोकझोंक शुरू हो गई.
हालात बिगड़ते देख पुलिस बल बुलाया गया और तीन लोगों को हिरासत में ले लिया गया. इसी तरह नौहर गांव में उस समय विरोध की स्थिति उत्पन्न हो गयी जब खेत मालिक अलंकार ने प्रशासनिक कार्रवाई का विरोध किया. मौके पर पहुंचे रामेंद्र सिंह और विकास वर्मा ने भी अधिकारियों से बहस की, जिसके बाद तीनों को थाने भेज दिया गया. एसडीएम कार्तिकेय सिंह ने कहा कि पराली जलाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी और किसानों को जागरूक करने का अभियान जारी रहेगा।